नवादा, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) ।अपने ड्राइवर के अर्थी को कंधा देकर बेटे का फर्ज निभाया नवादा जिले के सिरदला के महिला जिला पार्षद बसन्ती देवी ने। जिसकी इलाके में चर्चा की जा रही है। अपने ड्राइवर की अर्थी को कंधा भी दिया।
नवादा जिले के सिरदला प्रखंड क्षेत्र के उतरी के जिला पार्षद बसंती देवी ने समाजिकता अवधारणा को दरकिनार करते हुए सोमवार को अपने ड्राइवर की शव यात्रा में बेटों की तरह भूमिका निभाई। जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।बसंती देवी के सब से पुराने ड्राइवर लगभग 75 वर्षीय रामशरूप राजवंशी की मौत उनके आवास पर अचानक हृदय गति रुकने से हो गई ।आगे-आगे महिला जिला परिषद सदस्या अर्थी को कंधा देकर चली रही थी। और पीछे-पीछे गांव-समाज के लोग। नजारा देखने लायक था।
जिला पार्षद बसंती देवी ने बताया कि काफी दिनों से हमारे यहां रह कर ड्राइवर का काम करते आ रहे थे ।इनका घर बगल के गांव कोलडीहा में होते हुए भी हमेशा हमारे आवास पर रहा करते थे ।हम लोगो के बीच अपना परिवार बनकर हर काम में साथ दिया करते थे । मरने से पूर्व कहा करते थे देवी जी मेरी मौत आप के ही दरवाजे पर होगी और आप हमारे अर्थी को कंधा जरूर देना ।सो आज उनकी कही हुई बातें सच साबित हुई ।उनके अचानक चले जाने से हमारे परिवार को गहरा सदमा लगा है।उनका अंतिम संस्कार गांव के घाट पर बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीण व नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किय्या गया।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / संजय कुमार सुमन / गोविंद चौधरी