
धर्मशाला, 20 मई (Udaipur Kiran) ।हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला द्वारा तीन दिन पहले घोषित परीक्षा परिणाम को दोबारा तैयार किया जा रहा है। अब मैरिट भी नए सिरे से बनेगी। इसके पीछे बोर्ड की ओर से जमा दो के अंग्रेंजी विषय के मार्च माह में चुवाड़ी में गलती से प्रश्न पत्र खुलने के बाद स्थगित किए गए पेपर की आंसर की से नए एग्जाम की ओएमआर शीट की जांच करना बजह बनी है। बोर्ड की इस गलती का खामियाजा हजारों छात्रों को भुगतना पड़ा है। इस घटनाक्रम के बीच ही बोर्ड ने बीते 17 मई को जमा दो का गलत रिजल्ट जारी कर दिया है। अब पुराने रिजल्ट को हटाया गया है।
सम्बंधित शाखा के चार अधिकारियों कर्मचारियों पर गिरी गाज
उधर इस मामले में स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से संबंधित ब्रांच के चार बोर्ड अधिकारियों-कर्मचारियों पर अनुशासानात्मक कार्रवाई का चाबुक भी चला दिया है।
इस सारे घटनाक्रम के बाद मंगलवार शाम को बोर्ड के सचिव डॉ मेजर विशाल शर्मा ने पत्रकार वार्ता में इस सारे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रिजल्ट जारी होने के बाद से ही छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों व विभिन्न संघों की ओर से अग्रेंजी में अधिकतर बच्चों के कम अंक पाए जाने की बात जोर-शोर से उठाई गई थी। इसके चलते स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इस मसले पर जांच भी शुरू कर दी थी। इसके बाद जांच में सामने आया है कि पुरानी आंसर की से नए ओएमआर शीट में 16 अंकों वाले मल्टीपल च्वाईस क्वेश्चन यानी एमसीक्यू का मूल्यांकन कर दिया गया है। इसके बाद अब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से मात्र अग्रेंजी विषय में दोबारा नई आंसर की से ओएमआर शीट की जांच कर संशोधित रिजल्ट दो से तीन दिनों में जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में सम्बंधित शाखा के चार अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई हों।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की ओर से मार्च माह में दसवीं, जमा दो सहित एसओएस की परीक्षाएं आयोजित की गई थीं। इस दौरान जमा दो के चुवाड़ी परीक्षा केंद्र में दसवीं की जगह प्लस टू के अग्रेंजी विषय के प्रश्र पत्र को खोल दिया गया था। इसके बाद पेपर को स्थगित कर दोबारा 29 मार्च को आयोजित करवाया गया था। बोर्ड की ओर से जमा दो कक्षा के तीनों स्ट्रीम आर्टस, साइंस और कॉमर्स का परीक्षा परिणाम 17 मई शनिवार को घोषित किया गया था। जिसमें परीक्षा परिणाम 83.16 प्रतिशत रहा था, जमा दो की परीक्षा 86 हजार 373 छात्रों ने दी थी। इनमें से 71 हजार 591 विद्यार्थी पास हुए थे, जबकि आठ 581 फेल तथा पांच हज़ार 847 को कंपार्टमेंट घोषित की गई थी। ऐसे में अब बोर्ड की ओर से पुरानी उत्तरकुंजी के तहत ही नए प्रश्न पत्र की ओएमआर जांच के बाद उक्त रिजल्ट में भी कई बड़े बदलाव हो सकते हैं। अब हालांकि स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से ओएमआर शीट की दोबारा मूल्यांकन किया जा रहा है। इससे परिणाम सहित बोर्ड की ओर से जारी की गई प्रोविजनल मैरिट सूची में भी बड़ा बदलाव होगा। बोर्ड के इस फैसले से इंग्लिश में अधिकतर बच्चों के कम अंक आने से उन्हें भी काफी मानसिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा था।
उधर, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डा. मेजर विशाल शर्मा ने माना है कि बोर्ड की ओर से अंग्रेजी विषय के ओएमआर शीट के तहत एमसीक्यू प्रश्न पत्र मूल्यांकन में गलती हुई है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान उक्त बात सामने आई है।
अब गलती को दुरूस्त करते हुए दोबारा सही उत्तरकुंजी से अंग्रेजी विषय की उत्तरपुस्तिकाओं की ओएमआर शीट की जांच की जा रही है। एक से दो दिनों में बोर्ड की ओर से इस विषय का संशोधित परिणाम जारी कर दिया जाएगा। जिसमें मात्र अंग्रेजी विषय के अंक समस्त छात्रों के बदलेंगे, जबकि अन्य अंक उसी प्रकार रहेंगे। बोर्ड सचिव ने बताया कि छात्रों के बढ़े हुए अंक प्रदान किए जाएंगे। बोर्ड सचिव ने बताया कि हालांकि यह मानवीय गलती है, लेकिन लाखों छात्रों से जुड़े हुए मामले को देखते हुए संबंधित ब्रांच के चार अधिकारियों-कर्मियों पर अनुशासानात्मक कार्रवाई की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
