Uttar Pradesh

उद्यानिकी विश्वविद्यालय की स्थापना से जैव तकनीकी का विकास होगा: डाॅ. अरूण सक्सेना

समीक्षा बैठक करते वन मंत्री अरूण सक्सेना

लखनऊ,01 मई (Udaipur Kiran) । प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. अरूण कुमार सक्सेना ने गोरखपुर वन प्रभाग के कैम्पियरगंज रेंज में स्थापित होने वाले उ.प्र. वानिकी एवं उद्यानिकी विश्वविद्यालय की रूपरेखा से संबंधित प्रस्तुतीकरण का उच्चाधिकारियों के साथ अवलोकन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यक सुधार के निर्देश भी दिए।

वन मंत्री डाॅ अरूण कुमार सक्सेना ने गुरूवार को बापू भवन सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित प्रस्तुतीकरण के दौरान कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु चयनित 50 हेक्टेअर भूमि की भारत सरकार से विधिवत स्वीकृति लेने के लिए शीघ्र कार्यवाही की जाये। उन्होंने विश्वविद्यालय से संबंधित अंतिम रिपोर्ट शीघ्र ही तैयार करने के निर्देश दिए।

डाॅ. सक्सेना ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च स्तर तक की शिक्षा में व्यापक सुधार कर रही है। जहां भी आवश्यकता है आधुनिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय बनाये जा रहे हैं। गोरखपुर में इस विश्वविद्यालय की स्थापना से प्रदेश ही नहीं बल्कि देश-विदेश से विद्यार्थी वन्य जीव एवं उनके संरक्षण, पारिस्थितिकी, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधन एवं उद्यनिकी व वानिकी से संबंधित विषयों पर शिक्षण-प्रशिक्षण प्राप्त कर शोध कर सकेंगे और समाज को आगे ले जाने में सहयोग करेंगे। इससे जैव तकनीकी का विकास होगा, वन्य जीवों तथा जलवायु परिवर्तन के संबंध में ज्यादा सटीक विश्लेषण किया जा सकेगा।

प्रस्तुतीकरण के दौरान प्रमुख सचिव वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन अनिल कुमार सहित उच्च शिक्षा विभाग, उद्यान विभाग एवं वन विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

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