Uttar Pradesh

जिला अस्पताल में मिली खामियों के खिलाफ संबंधित पर होगी कार्रवाई : जिलाधिकारी

निरीक्षण करते जिलाधिकारी

कानपुर, 04 मार्च, (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को बड़ा चौराहा स्थित जिला अस्पताल उर्सला का जायजा लिया। इस दौरान कई खामियां पाई गईं। साथ ही नोडल अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता बिना कार्यालय में उपस्थित हुए किसी मीटिंग में चले गए थे। उपस्थिति रजिस्टर देखने से पता चला कि दो अन्य कर्मचारी भी नदारद रहे। घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता को देखते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित को एसीएमओ डॉ. आरके गुप्ता व सीएमओ डॉक्टर हरिदत्त नेमी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ-साथ अनुपस्थित कर्मचारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिए गए।

सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने पाया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में 30 से 35 कर्मचारी उर्सला अस्पताल के अटैच हैं। जबकि वहां इतने कर्मचारियों की आवश्यकता नहीं है। साथ ही 20 बेड के आयुष्मान वार्ड में केवल आठ मरीज ही भर्ती थे लेकिन वहां पर एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। जिसका किसी के पास कोई जवाब नहीं था। चिकित्सालय के डायरेक्टर के अधीनस्थ कर्मचारियों के उपस्थिति रजिस्टर को भी देखा गया। जिसमें लिपिक किरण रजिस्टर पर बिना साइन किये नदारद रही। जबकि राकेश मौर्य आकस्मिक अवकाश पर रहे। चिकित्सालय के डायरेक्टर हेल्प डेस्क और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के हेल्प डेस्क पर ताला लगा मिला। घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा संबंधित को एसीएमओ डॉ. आरके गुप्ता व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हरिदत्त नेमी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ-साथ तीनों अनुपस्थित कर्मचारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिए। डायरेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी नियमित तौर पर ओपीडी में मरीजों का इलाज करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ कर्मचारी या डॉक्टर की उपस्थिति भी समय-समय पर जांचे। सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस ना करें। अन्यथा उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप

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