जम्मू, 17 मई (Udaipur Kiran) । कांग्रेस व्हिप और बांदीपोरा से विधायक नाज़िम-उद-दीन भट ने शनिवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती पर व्यक्तिगत और राजनीतिक फायदे के लिए तुलबुल नेविगेशन प्रोजेक्ट को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के कदम जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए दीर्घकालिक नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।
बांदीपोरा में पत्रकारों से बात करते हुए भट ने कहा कि यह समय नहीं है कि तुलबुल प्रोजेक्ट जैसे संवेदनशील विकास मुद्दों को राजनीति का मोहरा बनाया जाए। उमर और महबूबा दोनों लोगों के हितों की कीमत पर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह की बयानबाजी हमारे दीर्घकालिक हितों को नुकसान पहुंचाएगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को अपनी केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष उठाएगी और ऐसे किसी भी प्रोजेक्ट को पुनर्जीवित करने से पहले सोच-समझ और सलाह-मशविरे की जरूरत है, विशेषकर जब मामला अंतरराष्ट्रीय संधियों जैसे कि इंडस वाटर ट्रीटी से जुड़ा हो।
तुलबुल नेविगेशन प्रोजेक्ट जो 1980 के दशक में झेलम नदी में नौवहन और विद्युत उत्पादन सुधारने के उद्देश्य से शुरू हुआ था, 1987 में पाकिस्तान की आपत्तियों के कारण रोक दिया गया था। हाल ही में उमर अब्दुल्ला द्वारा इस प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने की मांग के बाद यह मुद्दा फिर से सुर्खियों में आ गया है। उन्होंने यह मांग अप्रैल 22 के पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद संधि के निलंबन को आधार बनाते हुए की।
महबूबा मुफ्ती ने इस प्रस्ताव को गैर-जिम्मेदाराना और भड़काऊ बताते हुए आलोचना की और इसे एक द्विपक्षीय मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण कहकर चेताया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच कश्मीर के जल अधिकारों और राजनीतिक विरासत को लेकर तीखा ऑनलाइन विवाद भी सामने आया।
भट ने कहा कि तुलबुल प्रोजेक्ट पर कोई भी निर्णय सामूहिक लाभ और हानि से जुड़ा हुआ होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह एक व्यापक और अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है जिस पर अंतिम निर्णय केंद्र सरकार और संबंधित अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया के तहत ही लिया जाना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता
