कानपुर, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । विद्युत निजीकरण पूरी तरह बेबुनियाद है। केंद्र सरकार के इस फैसले से न केवल आम जनमानस बल्कि समाज के किसी भी वर्ग को कोई फायदा नही पहुंचने वाला है। इन बातों के साथ केस्को कर्मियों ने गुरुवार को हाथों में काली पट्टी बांधकर निजीकरण का विरोध जताते हुए नारेबाजी की।
जूनियर इंजीनियर संगठन के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर सिविल लाइंस स्थित संगठन की शाखा केस्को के द्वारा कार्यालय प्रबंध निदेशक केसा हाउस के समक्ष विभागीय कार्यों के संपादन के उपरांत विरोध सभा आयोजित की गई। सभी अवर अभियंता एवं प्रोन्नत अभियंताओं द्वारा कार्यालय अवधि में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन व्यक्त किया गया। निजीकरण के विरोध में सभी अवर अभियंता एवं प्रोन्नत अभियंताओं द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किए गए। संगठन के अध्यक्ष सतीश चंद्र द्वारा निजीकरण को पूर्णतः असंवैधानिक बताते हुए कहा गया कि निजीकरण ऊर्जा परिवार एवं आम जनमानस के हित में नहीं है। ऊर्जा क्षेत्र का निजीकरण गरीबों, किसानों एवं आम जनमानस के लिए बहुत ही हानिकारक है। सहायक अभियंता प्रबल प्रताप सिंह द्वारा बताया गया कि संगठन के द्वारा निजीकरण का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। संगठन के अध्यक्षता इंo सतीश चंद्र एवं संचालन इंo आलोक मौर्य द्वारा किया गया। सभा में केंद्रीय उप महासचिव इंo जेपी वार्ष्णेय, केंद्रीय संगठन सचिव इंo सुधीर श्रीवास्तव एवं समस्त अवर अभियंता एवं प्रोन्नत अभियंता उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap