जालोर, 2 अगस्त (Udaipur Kiran) । भीनमाल के युवक सतीश की चीन में अपहरण के बाद हुई हत्या के 39 दिन बाद शव शुक्रवार शाम मृतक के घर पहुंचा तो परिजनाें का रुदन फूट पड़ा। शव जैसे ही घर पहुंचा तो परिवारजनों की चीत्कारों ने सन्नाटे को तोड़ा। इस पर वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गई। शव को घर पर करीब 45 मिनट तक रखकर रीति-रिवाज के बाद मुक्तिधाम के लिए रवाना किया गया। शव यात्रा में काफी संख्या में लोग पहुंचे। शाम को जुंजाणी बस स्टैण्ड स्थित माली समाज मुक्तिधाम में शव का अंतिम संस्कार हुआ।
मृतक युवक सतीश का शव भीनमाल पहुंचने की सूचना बाद दिनभर रिश्तेदार व परिजन मृतक परिवार के यहां पहुंचते रहे। लोगों ने मृतक परिवार के परिजनों को ढांढस बंधाया। मृतक सतीश अप्रैल में मोबाइल एसेसरीज की खरीद के लिए चीन गया था। गोन्जाऊ शहर में 21 जून को बदमाशों ने उसका अपहरण कर 97 लाख की फिरौती मांगी, यह फिरौती मुम्बई में एक दुकानदार के यहां पहुंचाने की बात बदमाशों ने कही थी। लेकिन परिजन ऐसा नहीं कर पाए और 25 जून को सतीश की हत्या की सूचना मिली। काफी प्रयास के बाद आखिरकार गुरुवार शाम मृतक सतीश का शव दिल्ली पहुंचा। उसके बाद शव दिल्ली एयरपोर्ट से रात दाे बजे रवाना हुआ, जो शाम 4.50 मिनट पर यहां पहुंचा। शाम को सांसद लुम्बाराम चौधरी भी दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे। मृतक के माता की वर्षों पहले मौत हो चुकी है। वहीं उसके परिवार में पिता, दो भाई व एक बहन है।
मृतक का शव चीन से तीन लेयर बाॅक्स में पहुंचा। बाॅक्स को खोलकर उसके बाद चद्दर को काटा। फिर, आइस बॉक्स खोलकर शव को बाहर निकाला। युवक की हत्या के बाद शव को भारत लाने के लिए स्थानीय, राजनीतिक स्तर और भारत सरकार के स्तर पर भी बड़े स्तर पर प्रयास हुए। शव लंबी मशक्कत के बाद पहुंचा।
(Udaipur Kiran) / रोहित / संदीप