सागर, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के बयान पर बुंदेलखंड के प्रसिद्ध कथावाचक सांवरे सरकार विपिन बिहारी महाराज ने कहा है कि हमने कलाम को गले से लगाया है, लेकिन कसाब जैसों को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें जातियों में बांटने की गंदी राजनीति चल रही है। वे धीरेंद्र शास्त्री की मांग जिसमें उन्होंने कुंभ में गैर सनातनियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी, उसका पुरजोर समर्थन करते नजर आए।
सांवरे सरकार के नाम से प्रसिद्ध पंडित विपिन बिहारी महाराज इन दिनों दमोह के नरसिंह मंदिर परिसर में कथा कर रहे हैं। इस दौरान मीडिया से मुलाकात के दौरान सोमवार को उन्होंने कहा कि कुंभ में गैर सनातनियों को प्रवेश नहीं देना चाहिए। बंटेंगे तो कंटेंगे वाले बयान पर उनका कहना है कि हमने कलाम को हृदय लगाया, लेकिन कसाब को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। हमने रसखान को हृदय से लगाया, लेकिन किसी आतंकवादी को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।
हमें जातियों में बांटने का षडयंत्र रचा जा रहा
विपिन बिहारी ने साेमवार काे मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमें जातियों में बांटने का षडयंत्र रचा जा रहा है। यह गंदी राजनीति हैं। हम ब्राह्मण, जैन, क्षत्रिय, शूद्र तो बन गए, लेकिन हिन्दु नहीं बन पा रहे। यह तो निश्चित है कि हमारे भीतर जातिवाद का जहर घोला जा रहा है, यह बहुत गंदी सोच व राजनीति है। हमें कबीलों में बांटा जा रहा है। उन्होंने अलग-अलग जातियों के नाम लेकर हाथ उठाने को कहा तो लोगों ने हाथ उठाए। फिर हिंदुओं से हाथ उठाने को कहा तो सभी ने एक साथ हाथ उठ लिए। उन्होंने कहा कि यही बात मैं कहना चाहता हूं। बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो आंख उठाने की किसी की हिम्मत नहीं होगी।
उन्होंने आगे कहा कि हमने अपने-अपने भगवान बांट लिए, भक्त बांट लिए हैं। हर समाज का अपना भगवान और अपना भक्त है। हम समझते हैं कि हम संगठित हो रहे हैं, लेकिन असल में हम बंट रहे हैं। उन्होंने सनातन बोर्ड बनाए जाने की बात कहते हुए कहा सनातन का बोर्ड तो हर हिन्दु के दिल में ठुका होना चाहिए।
सद्भाव का ठेका क्या हमने ही ले रखा है?
मीडिया के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि देश में क्या एकता, भाईचारे और सद्भाव का ठेका हमें ही देकर रखा गया है। हम ही पहल करते रहें…, उनकी तरफ से कभी कोई पहल हुई है क्या? ताली कभी एक साथ से नहीं बजती बल्कि दोनों हाथ से बजती है। हम गुण के ग्राहक हैं, हम प्रेम के संदेशवाहक हैं, लेकिन किसी आतंकवादी को गले नहीं लगाएंगे। बता दें कि विपिन बिहारी महाराज सागर के रहने वाले हैं और इन दिनों दमोह के नरसिंह मंदिर परिसर में कथा कर रहे हैं। वे अपने कटाक्ष और बेबाकी से बोलने के लिए देशभर में ख्यात हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/चैतन्य सोनी
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा