ऊना, 8 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरोली पुलिस ने पूर्व सैनिक व सेवानिवृत मुख्य अध्यापक से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 61 लाख रुपए की ठगी करने वाले एक शातिर को राजस्थान के जयपुर से दबोचने में सफलता हासिल की है। पुलिस आरोपित रोशन यादव निवासी गोविंदगढ़ अलवर (जयपुर) को गिरफ्तार कर हरोली ले आई है। जहां आरोपी को अदालत में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपी व्यक्ति 10 प्रतिशत कमीशन लेकर अपने खातों में पैसे डलवाता था और आगे अगली टीम को भेजता था। जांच में यह भी पाया गया है कि आरोपियों ने पीडि़त से पांच अलग-अलग राज्यों के बैंक खाता में पैसा डलवाया है। पुलिस ने आरोपितों द्वारा की गई व्हाटसएव कॉल को ट्रेस कर लिया है। जिसमें पता चला है कि कॉल करने वाले ग्रुप के मुखिया कंबोडिया में बैठकर विदेश से ठगी को अंजाम दे रहे है।
पुलिस ने अब एक आरोपित को दबोच लिया है, मामले में जल्द और गिरफ्तारियां भी हो सकती है।
बतां दे कि चार दिसंबर को पीडि़त व्यक्ति ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें पीडि़त ने बताया था कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर उसके साथ 61 लाख रुपए की ठगी हुई है। शिकायत के आद पुलिस ने थाना प्रभारी सुनील सांख्यान ने उपनिरीक्षक चेतन, मुख्य आरक्षी सुनील कुमार, रोहित, आरक्षी अंकुश पर आधारित एक टीम गठित कर आरोपियों को दबोचने के लिए राजस्थान भेजा। जहां टीम ने मुस्तैदी से कार्रवाई करते हुए चार दिनों के भीतर एक आरोपी को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। थाना प्रभारी सुनील सांख्यान ने बताया कि शातिरों द्वारा डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर धोखाधड़ी की नई थ्योरी अपनाई जा रही है। जिसके अनुसार लोगों को नेशनल सिक्योरिटी एक्ट या अन्य एक्ट का हवाला देकर और सीबीआई या अन्य बड़ी एजेंसी ईडी के डर से लोगों को ठगा जाता है और उनके बैंक अकाउंट में कितनी धनराशि है का पता करके व्हाट्सएप के माध्यम से कॉल करके लगातार उन पर डर बनाया जाता है कि वह घर से बाहर न निकले और जब भी निकले तो वह उनकी नजर में रहे।
एसपी राकेश सिंह ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 61 लाख रुपए की ठगी मामले में राजस्थान से एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। मामले में जल्द अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती है। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।
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(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल