गोरखपुर, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के गोरखपुर में आयोजित हो रहे 70 वें राष्ट्रीय अधिवेशन के निमित्त कार्यकर्ता स्नेह मिलन कार्यक्रम दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन में आयोजित किया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री एस. बालकृष्ण ने कहा कि पूर्व कार्यकर्ताओं को व्यवस्था में वर्तमान कार्यकर्ताओं की हर संभव सहायता करनी चाहिए। विद्यार्थी परिषद को किस प्रकार से मजबूत करें, हमें यह सुनिश्चित करना है। हम समाज के किसी भी क्षेत्र में हों हमें राष्ट्र प्रथम के भाव से काम करना है। भारत विरोधी शक्तियाँ भारत को तोड़ने की साजिश कर रही हैं, हमें एक जिम्मेदार राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ता होने के नाते ऐसी राष्ट्र विरोधी ताकतों से जमकर सामना करने की आवश्यकता है। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने अपने आप को समाज में एक रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया हैं। एबीवीपी ने जीवन में विज़न और मिशन दिया है। आज एबीवीपी के कार्यकर्ता समाज के प्रत्येक क्षेत्र में नेतृत्व करने का कार्य कर रहे हैं, वे समाज परिवर्तन के वाहक हैं।
अभाविप पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता कभी पूर्व नहीं होता है, कार्यकर्ता आजीवन कार्यकर्ता रहता है। पूर्व कार्यकर्ता संगठन में अभिभावक की भाँति होते हैं। विद्यार्थी परिषद केवल नारे नहीं लगाती है बल्कि उन नारों को जीवंत करके दिखाया है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं में कथनी और करनी मे कोई अंतर नहीं है, विद्यार्थी परिषद किसी आंदोलन की उपज नही है बल्कि एबीवीपी की स्थापना एक वैचारिक अधिष्ठान के रूप में हुई, एबीवीपी मात्र समस्या नही बल्कि समस्याओं को उठाने के साथ ही उसका समाधान दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करती हैं, एबीवीपी के कार्यकर्ता अखंड भारत के उद्देश्य को लेकर कार्य करते हैं।
(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय