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श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थियों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता: पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल

श्री काशी विश्वनाथ धाम में सुरक्षा बिन्दुओं को लेकर पुलिस अफसरों की बैठक
श्री काशी विश्वनाथ धाम में सुरक्षा बिन्दुओं को लेकर पुलिस अफसरों की बैठक

-‘नो टच पॉलिसी’ पर सख्ती, पुरुष पुलिसकर्मी किसी भी उम्र की महिला श्रद्धालु को न करें स्पर्श

वाराणसी, 19 अप्रैल (Udaipur Kiran) । श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या और सुरक्षा की दृष्टि से शनिवार शाम को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने मंदिर की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के साथ एक अहम बैठक की। बैठक में उन्होंने दर्शनार्थियों को सहज, सुरक्षित और संतोषजनक अनुभव प्रदान करने के लिए कई निर्देश जारी किए। सीपी ने स्पष्ट किया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जहां देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में पुलिस की भूमिका सिर्फ सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि श्रद्धालुओं के प्रति संवेदनशील, सहयोगात्मक और सेवाभाव पूर्ण व्यवहार जरूरी है।

-‘नो टच पॉलिसी’ पर विशेष जोर

पुलिस कमिश्नर ने सभी पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया कि दर्शन के दौरान किसी भी श्रद्धालु को स्पर्श न किया जाए। विशेष रूप से, पुरुष पुलिसकर्मियों को किसी भी उम्र की महिला दर्शनार्थी को छूने से पूरी तरह परहेज करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के साथ शालीन, विनम्र और मर्यादित व्यवहार बनाए रखा जाए। दर्शन के समय श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बेहतर कतार-व्यवस्था और गाइडिंग-स्टाफ की तैनाती के लिए खास तौर पर निर्देशित किया।

-सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और सुधार

बैठक में मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास पहल की गई। इसमें सीसीटीवी कैमरों की क्रियाशीलता, एण्टी-ड्रोन का प्रभावी प्रयोग, मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों की निगरानी, आतंकी व संदिग्ध गतिविधियों पर त्वरित प्रतिक्रिया के लिए “रैपिड-रिस्पांस यूनिट” की तैनाती किये जाने के लिए निर्देशित किया गया।

-चेन स्नैचिंग और पिक-पॉकेटिंग जैसे अपराधों पर पैनी नजर रखे

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सीसीटीवी कंट्रोल-रूम में तैनात पुलिसकर्मी दर्शनार्थियों की भीड़ में सक्रिय असामाजिक तत्वों जैसे चेन-स्नेचिंग व पिक-पॉकेट पर सतर्क दृष्टि रखे, जिससे अपराध को समय रहते रोका जा सके व ऐसे तत्वों पर प्रभावी कार्यवाही हो सके। उन्होंने दिव्यांग, वृद्ध और महिलाओं के लिए प्राथमिकता से दर्शन व्यवस्था, भीड़-भाड़ के समय विशेष मार्ग-दर्शन प्रणाली लागू किये जाने के लिए निर्देशित किया। श्रद्धालुओं की कतार व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए गाइडिंग स्टाफ की नियुक्ति के लिए कहा। मंदिर व्यवस्था में नियुक्त कर्मियों से नियमित संवाद, समन्वय बनाये रखने एवं ड्यूटी में नियुक्त पुलिसकर्मियों को समय-समय पर ब्रीफ किये जाने के लिए भी निर्देशित किया।

बैठक में पुलिस कमिश्नर ने ड्यूटी में लगे सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि सभी पुलिसकर्मी एसओपी के अनुसार ड्यूटी का सम्पादन करें। आने वाले दर्शनार्थियों के साथ शालीन, विनम्र एवं सहयोगात्मक व्यवहार करें। मंदिर में आने वाले सेलिब्रेटी के साथ ड्यूटी के दौरान सेल्फी, फोटो न लिया जाए। पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान साफ-सुथरी वर्दी व पहचान पत्र अनिवार्य रूप से पहने। पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन, इयर-बड्स, ब्लूटूथ एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का प्रयोग न करें। किसी भी प्रकार के नशे का सेवन न करें। उन्होंने मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों की चेकिंग-प्वाइंट पर डबल चेकिंग करने, ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर तत्काल कन्ट्रोल-रूम या उच्च अफसरों को सूचित करने को कहा है।

इस बैठक में अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) डॉ एस. चनप्पा, पुलिस उपायुक्त (सुरक्षा एवं अभिसूचना) अनिल कुमार यादव, सभी सहायक पुलिस आयुक्त (सुरक्षा) सहित अन्य अधिकारी व सुरक्षा स्टाफ उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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