औरैया, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । जहां एक ओर केंद्र की मोदी सरकार किसानों की आय दाेगुनी करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही हैं और एड़ी से लेकर चोटी तक का जोर लगाए हुए हैं। ऐसे में औरैया जनपद के विकासखंड बिधूना के बेला कस्बा स्थित जर्जर हालत में सहकारी समिति जिस में कोई खड़ा होने को तैयार नहीं, कब गिर जाए कोई खबर नहीं। बेला सहकारी संघ का भवन निर्माण के लिए एक वर्ष पहले बजट पास हुआ था, लेकिन निर्माण कार्य नहीं शुरू हुआ। हालत जर्जर होने के कारण सहकारी संघ अध्यक्ष खाद नहीं मंगा रहे हैं। किसान बाजार से प्राइवेट खाद की दुकानों से महंगी खाद लेने को मजबूर हैं।
किसान रामानंद दुबे, योगेश दुबे, अरविंद कुमार, दीपू , सोहिल खान ने बताया कि बेला में संघ पर खाद नहीं मिलती है, जिससे उन्हें प्राइवेट दुकानों से महंगी कीमत में खाद लेनी पड़ती है।
डायरेक्टर सहकारी संघ बेला कौशल किशोर ने बताया कि संघ के भवन की हालत इतनी जर्जर है जिसमें कोई खड़े होने को तैयार नहीं, कब बड़ी घटना घट जाए कोई पता नहीं। गोदाम ना होने के कारण समय से खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। क्षेत्रीय किसान परेशान हैं। किसान प्राइवेट दुकानों पर खाद लेने को मजबूर हैं। वहीं खाद मंगा कर भंडारण करते हैं ताे बरसात की वजह से खाद भीग जाती है जिससे सचिव अभिनाथ यादव की आए दिन किसानों से झड़प होती हैं।
इस मामले पर सहकारी संघ बेला अध्यक्ष बिमल दुबे से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 20 लाख रुपये की धनराशि बेला सहकारी संघ भवन निर्माण बजट भेजा गया था, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता और घूसखोरी के चलते निर्माण कार्य शुरू न हो सका। जिससे सहकारी संघ पर आने वाली किसानों के संबंध सामग्री खाद, बीज, दवा, जिंक आदि की उपलब्धता नामुमकिन है।
जब इस विषय में अपर अधिकारी कृष्ण मोहन सहकारी संघ बेला से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि संबंधित फाइल पीडब्ल्यूडी विभाग के पास लंबित है। उन्होंने बताया कि सहकारी संघ बेला कि प्रबंधन कमेटी अगर प्रस्ताव पास कर दे तो कृषकों के लिए सहकारी समिति पर आने वाले उत्पाद के रख रखाव के लिए किराए पर एक भवन ढूंढ कर उसने भंडारण कराया जा सकता है।
(Udaipur Kiran) कुमार / मोहित वर्मा