Uttar Pradesh

गोमती नदी की स्थिति बदहाल, मंदाकिनी नदी की सफाई काे उतरे जलशक्ति मंत्री

गोमती नदी में जलकुम्भी का अम्बार (फोटो)
मंदाकिनी नदी में कचरा उठाते जलशक्ति मंत्री

लखनऊ, 25 मई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में नदियों की बदहाल स्थिति को लेकर केन्द्र सरकार के ​नमामि गंगे के अधिकारियों ने कई बैठकें की हैं। इसके बाद वाराणसी की वरूणा नदी में गिरने वाले कूड़ा कचरा को बहुत हद तक सुधारा गया है। अयोध्या में सरयू नदी को भी नई प्राण वायु मिली है। लखनऊ में गोमती नदी की स्थिति अभी भी बदहाल है, कुछ सामाजिक संस्थाएं बीच बीच में स्वचछता अभियान चलाती हैं, लेकिन कोई ठोस बदलाव नहीं दिखता है।

बड़ा इमामबाड़ा के निकट रविवार को कुड़िया घाट के सम्मुख गोमती नदी की बदहाल स्थिति देखी गयी। गोमती नदी में पर्यटन के लिए इस घाट को तैयार किया गया था। नदी के जल पर तैरती हुई जल​कुम्भी के कारण नाव के संचालन में खासा दिक्कते सामने आ रही हैं। पर्यटन के लिए आने वाले लोगों के नाव की सैर खासा महत्व रखती है। फिर भी गोमती नदी में जलकुम्भी की मात्रा बहुत ज्यादा होने से नाव संचालन नहीं हो पा रहा है।

नाव संचालक बड़े तिवारी ने कहा कि कुड़िया घाट पर घूमने फिरने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों लोग आते हैं। नदी में नाव संचालन, नदी किनारे चाय मैगी की दुकानों के संचालन से लोगों को रोजगार मिलता है। गोमती नदी में नाली का गंदा पानी गिर रहा है, इससे जल दूषित हो चुका है। यहां का जल आचमन करने योग्य नहीं बचा है। जलकुम्भी तैर रही हैं। जिससे नावों के संचालन में दिक्कतें आ रही हैं। नदी किनारे छोटे आयोजन होते हैं, वहीं घाट पर बने पार्क में फिल्मों की शूटिंग भी होती हैं।

उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों की सख्ती के कारण सुबह पार्क और आसपास झाड़ू लगता है। फिर भी नदी के पानी को साफ करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं हुआ है। तस्वीर बदलने के लिए कुछ लोग आते हैं, थोड़ा साफ सफाई कर फोटो खींचवाकर चले जाते हैं। कुछ दिनों के बाद गोमती नदी की बदहाली जैस की तैस ही बनी रहती है।

नदियों की निर्मलता को लेकर प्रदेश सरकार सजग

उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने रविवार को चित्रकूट में पंडित दीनदयाल शोध संस्थान की ओर से आयोजित मां मंदाकिनी स्वच्छता कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मंत्री स्वयं नदी में उतरे और उन्होंने कूड़ा कचरा बाहर निकाला। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार नदियों की निर्मलता के लिए सजग है। किसी भी हाल में नदियों को दूषित नहीं होने दिया जायेगा। नदी का जल निर्मल होगा, उससे आचमन भी कर सकेगें। इसके लिए केन्द्र सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार कार्य कर रही है।

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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र

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