कानपुर, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश व देश की चुनिन्दा जूनियर टीमों के साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट पटल पर अपनी गेंदबाजी से विरोधियों को धूल चटाने वाले नगर के तेज गेंदबाज अंकित राजपूत ने सोमवार को क्रिकेट से सन्यास ले लिया। उन्होंने अचानक ही क्रिकेट से सन्यास का ऐलान कर क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी।सन्यास लिये जाने की जानकारी क्रिकेटर अंकित राजपूत ने खुद अपने साेशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम के जरिये फाेटाे की रील बनाकर कैप्शन में दर्द बयां कर दी।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के पदाधिकारियों की आंख में किरकिरी बने नगर के तेज गेंदबाज अंकित राजपूत ने विजय हजारे टीम में प्रदेश की ओर से प्रतिनिधित्व करने से पहले ही दुखी मन से सन्यास की घोषणा सोमवार को कर दी। विजय हजारे एक दिवसीय टीम के लिए प्रदेश के चयनकर्ताओं ने उनको मुख्य टीम में चयनित न करके स्टैण्ड बाई में डाल दिया था।
गौरतलब है कि नगर के इस तेज और युवा गेंदबाज अंकित राजपूत ने कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ खेलते हुए आईपीएल में अपने कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर भारतीय टी-20 टीम में स्थान पाने के लिए दस्तक दे दी थी लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। वह भारतीय टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए थे। साल 2009 से लगातार प्रदेश टीम का हिस्सा रहे अंकित की अनदेखी प्रदेश के चयनकर्ता बीते कई सालों से करते आ रहे थे लेकिन उनकी गेंदबाजी चयनकर्ताओं के अरमानों पर पानी फेर देने का काम करती आ रही थी। टीम की घोषणा होने के बाद उन्होंने दुखी मन से सन्यास लेने का ऐलान कर नए खिलाड़ियों के लिए चुनौती पेश कर दी है।
अंकित के इस फैसले के पीछे यूपीसीए द्वारा सोमवार को घोषित हुई विजय हजारे ट्राफी की टीम में स्टैण्ड बाई में स्थान दिया जाना माना जा रहा है। यूपीसीए के इस फैसले से अंकित भी आहत हैं। उन्हें उम्मीद थी कि वह टीम में स्थान हासिल करेंगे लेकिन ऐसा संभव न हो पाया जिसके बाद उन्होंने भारी मन से यह कदम उठाया है। अंकित ने अपने कॅरियर में 80 फर्स्ट क्लास मैचों में 248, 50 लिस्ट ए मैचों में 71 तथा 87 टी-20 मैचों में 105 विकेट लिए हैं। अंकित के इस कदम के बाद एक बार फिर यूपीसीए की चयन प्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह