Delhi

पेरिस से फ्रेंच कोर्स कर लौटे दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों से मुख्यमंत्री ने किया संवाद

मुख्यमंत्री आतिशी की फाइल फोटो

नई दिल्ली, 13 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पेरिस से फ्रेंच भाषा का कोर्स कर लौटे दिल्ली सरकार के स्कूलों के 30 छात्रों के साथ दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी व पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को संवाद दिया। यह संवाद वेस्ट विनोद नगर स्थित राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय में हुआ। बच्चों ने अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमने सपने में भी नहीं सोचा था कि विदेश जाएंगे लेकिन दिल्ली सरकार की वजह से पेरिस से पढ़ाई कर वापस आए हैं।

इस मौके पर आतिशी ने कहा कि आज हमें यकीन नहीं हो रहा है कि हमारे गवर्नमेंट स्कूल के बच्चे इतनी शानदार फ्रेंच बोल रहे हैं। जितने आत्मविश्वास से सभी बच्चों ने फ्रेंच, अंग्रेजी और हिंदी में अपनी बात रखी, हमारे बच्चे ऐसे होंगे, ये हमने केवल सपनों में ही सोचा था। आज हमें यह देखने को मिल रहा है, तो यह हमारे लिए बहुत गर्व का पल है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि जो सपना हमने इतने सालों से देखा था, वह आज हमारी आंखों के सामने सच हो रहा है। मुझे याद है कि 10 साल पहले जब हमारी सरकार बनी ही थी, तो मैं अपने एक दोस्त के यहां भोजन कर रही थी। उस दौरान मैंने उनसे कहा था कि अब हम सरकार में आए हैं, तो हम दिल्ली के सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों जैसा बनाएंगे।

पेरिस से लौटे छात्रों से संवाद के दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज हमारे सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली एक बेटी की फ्रेंच भाषा सुनकर मैं हैरान हो गया कि ये हमारे स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची है या फ्रेंच से आई टीम से है। हमें इस बात पर बहुत गर्व है कि हमने जो सपना देखा था कि हमारे बच्चे विदेशों में जाएं, आज वो सच हो रहा है। 2015 में हमने सपना देखा था कि हमारे टीचर्स विदेशों में ट्रेनिंग के लिए जाएं तो लोगों ने कहा का कि हम यहीं ट्रेनिंग करा लें , विदेश जाना असंभव है।

लोगों ने कहा कि आप खुद फिनलैंड चले जाइए और वहां देखकर आइए कि वहां कैसे पढ़ाई होती है? लेकिन मैंने उनसे कहा कि नहीं मैं नहीं जाऊंगा, हमारे टीचर ही जाएंगे। आज हमारे हजारों टीचर फिनलैंड, कैंब्रिज, ब्रिटेन, अमेरिका समेत कई देशों से ट्रेनिंग लेकर आ रहे हैं और बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं। मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि 2022 में जब मैं दिल्ली का उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री था, तब एक एमओयू साइन हुआ था कि हमारे सरकारी स्कूलों के बच्चे एक प्रोग्राम के तहत फ्रांस जाएंगे। ऐसा नहीं है कि माता-पिता से जिद करके जाएंगे बल्कि सरकारी स्कूल के बच्चे पढ़ाई के लिए फ्रांस जाएंगे। आज हमने इसे संभव करके दिखाया।

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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी

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