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जालंधर में खालिस्तानी सर्मथकाें ने पहली बार निकाला मार्च
चंडीगढ़, 25 जनवरी (Udaipur Kiran) । गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पंजाब के जालंधर में दल खालसा ने गणतंत्र दिवस का विरोध करते हुए खालिस्तान की मांग की और मार्च
निकाला। इस दाैरान खालिस्तानी समर्थकाें ने जिंदाबाद के नारे लगाए। मार्च की अगुवाई कर रहे दल खालसा के नेता परमजीत सिंह मंड ने संविधान की बात करने वाली केंद्र
सरकार पर सिखाें काे कुछ नहीं देने वाला बताया।
परमजीत सिंह मंड ने कहा कि जिस संविधान की केंद्र सरकार बात कर रही है, उसने सिखों को कुछ नहीं दिया। बल्कि इसके तहत ही सिखों का अपमान किया गया। पुलिस ने हमारे नेताओं को घरों से नहीं निकलने दिया। सिखों के लिए सिर्फ गुरु ग्रंथ साहिब ही सबसे बड़ा ग्रंथ है। दल खालसा ऐलान करता है कि न ये तिरंगा हमारा है और न ही संविधान।
जो लोग अपने आपको पंजाबी कहलाते हैं, वे खुद देखें कि उन्हें उनका हक मिला या नहीं। उन्होंने कहा कि जो संविधान को मान रहे हैं, वो सिख एक बार जरूर सोचें कि वे क्या कर रहे हैं। संविधान में पंजाब को आजादी अभी तक नहीं मिली। हमने चंडीगढ़ खो दिया। जो व्यक्ति बोले, उसे सरकार जेल में भेज देती है। जिस दिन हम खालिस्तान बना लेंगे, उस दिन हम श्री गुरु ग्रंथ साहिब को ही अपनी संविधान मानेंगे। मार्च के दाैरान तैनात पुलिस फोर्स ने भी प्रदर्शनकारियों को नहीं रोका।
थाना डिवीजन नंबर-6 के थाना प्रभारी भूषण कुमार ने कहा कि सारे मामले के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। जैसा वरिष्ठ अधिकारी आदेश करेंगे, उसके आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
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