
बांदा, 9 मई (Udaipur Kiran) । एक युवती ने गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपा है, जिसमें उसने कहा है कि एक युवक ने अपनी असली पहचान छिपाकर पहले दोस्ती की, फिर शादी का झांसा देकर उसे बांदा ले गया और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया। पीड़िता का कहना है कि विरोध करने पर जान से मारने की धमकियां भी दी गईं।
कानपुर की रहने वाली पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि वर्ष 2020 में नौबस्ता क्षेत्र स्थित उसके घर में सोनू गुप्ता नाम का युवक किराए पर रहने आया था। इसके बाद उसी के माध्यम से उसकी मुलाकात राजू गुप्ता नामक व्यक्ति से हुई, जो खुद को कानपुर में रह रहा एक सामान्य हिंदू युवक बताता था। बाद में वह मुझसे घुलमिल गया और विवाह का प्रस्ताव रखकर उसे अपने साथ बांदा ले आया।
बांदा पहुँचने पर युवती को पता चला कि राजू गुप्ता असल में इरशाद अहमद है और मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखता है। युवती ने बताया कि जब उसने वापस लौटने की कोशिश की तो इरशाद और उसके एक साथी ने जान से मारने की धमकी दी। दबाव में आकर पीड़िता को धर्म परिवर्तन कर निकाह करना पड़ा। शादी के बाद उसका नाम बदलकर फराह अंजुल रख दिया गया।
पीड़िता के मुताबिक, निकाह के बाद उसका जीवन अत्यंत कठिन हो गया। इरशाद आए दिन उसके साथ मारपीट करता है, शराब के नशे में गला दबाने की कोशिश कर चुका है और कई बार पुलिस की मदद से ही उसकी जान बच पाई है।
शिकायती पत्र में पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि इरशाद और उसके परिवार के अन्य सदस्य विभिन्न शहरों में हिंदू नाम रखकर किराए पर रहते हैं और इसी पहचान के तहत युवतियों को अपने जाल में फंसाते हैं। फिर विवाह और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाते हैं।
पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि इरशाद अहमद उर्फ राजू गुप्ता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उसे न्याय दिलाया जाए।
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(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह
