मंदसौर, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के नाहरगढ़ में शिवना नदी पर बने बिल्लोद पुल को पार करते समय बाइक सवार दंपती और दो बच्चे नदी में बह गए। इनमें एक बच्चे की उम्र महज 4 महीने थी। इन्हें बचाने दो युवक कूदे तो वे भी डूब गए। स्थानीय लोगों ने किसी तरह एक बच्ची और एक युवक को बचा लिया है। वहीं, गोताखोरों की मदद से महिला और एक बच्चे का शव बरामद किया गया है। महिला के पति और बचाने वाले एक युवक की तलाश की जा रही है। हादसा सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे का बताया जा रहा है।
मंदसौर ग्रामीण एसडीओपी कीर्ति बघेल ने बताया कि डूंगर सिंह (37) सीतामऊ तहसील के मोरखेड़ा गांव का रहने वाला है। वो अपनी पत्नी संगीता (35), बेटी यतिका (12) और एक 4 महीने के बेटे को बाइक से लेकर कहीं जा रहा था। पुल पर उसकी बाइक अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई। उनको बचाने के लिए दो युवकों ने नदी में छलांग लगा दी, लेकिन बहाव इतना तेज था कि बचाने के लिए कूदे व्यक्ति भी डूबने लगे। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह एक बच्ची यतिका और एक अन्य युवक को बचा लिया। मौके पर गोताखोर भी बुलाए गए। करीब एक घंटे की तलाशी के बाद संगीता और उसके 4 माह के बेटे का शव मंडलोई डेम के पास मिल गया। वहीं, डूंगर सिंह और बचाने के लिए कूदे बबलू की तलाश की जा रही है। प्रत्यक्षदर्क्षियों ने बताया कि पुल के बीच पहुंचने पर बाईक की टंकी पर रखा बड़ा बैग गिरने लगा। जिसे पत्नी ने एक हाथ से पकड़ने की कोशिश की। इसी दौरान बाइक का संतुलन बिगड़ा और बाइक सहित पूरा परिवार पुल से नीचे नदी में जा गिरा।
हादसे के वीडियो व सूचना तेजी से सोशल मीडिया पर फैलने लगी। इसके बाद आनन-फानन में मौके पर प्रशासन व पुलिस की टीम भी पहुंच गई। मौके पर अतिरिक्त अधीक्षक गौतम सोलंकी, मल्हारगढ़ एसडीएम रवींद्र परमार, तहसीलदार ब्रजेश मालवीय, नाहरगढ थाना प्रभारी प्रभात गौड सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
एसडीएम बोले- दो शव बरामद, दो लोगों की तलाश
एसडीएम रविन्द्र सिंह परमार ने बताया कि रात में जलस्तर बढ़ने से शिवना के पुल पर पानी था। सुबह पानी पुलिया से उतर गया था तो हल्का आवागमन हो रहा था। बाइक पर लोग 4 लोग एक साथ थे। आगे बैग भी रखा हुआ था। तभी बैलेंस बिगड़ने के कारण हादसे की आशंका है। दो लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। दो लोगों की तलाश एसडीआरएफ की टीम कर रही है। दोनों तरफ चौकीदार और पीडब्लडी के गैंगमैन भी थे। स्थानीय जीआरएस भी थे।पता करेंगे, क्या-कैसे हुआ होगा।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया