RAJASTHAN

सबसे बड़ी मेडिकल परीक्षा आज : राजस्थान में दाे लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल

हर कैंडिडेट की पूरी जांच हो रही है, फिर एंट्री दी जा रही है।

जयपुर, 4 मई (Udaipur Kiran) । लाखों मेडिकल अभ्यर्थियों के लिए आज का दिन बेहद खास और चुनौतीपूर्ण है। नेशनल एलिजिबिलिटी एन्ट्रेंस टेस्ट (नीट-यूजी) 2025 रविवार को एक साथ कई शहराें में आयोजित की जा रही है। परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) कर रही है।

इस वर्ष 23 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने नीट के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। अकेले राजस्थान से लगभग दाे लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। राज्य के 25 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए है।

राजधानी जयपुर में 90 परीक्षा केंद्र बनाए गए, जहां 36,024 अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए पंजीयन कराया है। परीक्षा दोपहर दाे बजे शुरू हाेगी और शाम पांच बजे तक चलेगी। लेकिन, केन्द्राें पर एंट्री की प्रक्रिया सुबह 11 बजे से ही शुरू कर दी गई। दाेपहर डेढ़ बजे के बाद किसी भी छात्र को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया।

परीक्षा के लिए दौसा जिला मुख्यालय पर 11 केंद्राें पर 3816 स्टूडेंट्स, झुंझुनूं जिले में 18 सेंटर और 5736 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड हैं।

भीलवाड़ा शहर में पांच सेंटर बनाए गए, जहां 2256 छात्र शामिल हुए।

अजमेर में 21 सेंटर अजमेर और आठ किशनगढ़ में बनाए गए हैं। अजमेर से 6192 और किशनगढ़ से 3026 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए।

सीकर शहर के कई हिस्सों में ट्रैफिक जाम की स्थिति रही। पिपराली रोड और नवलगढ़ पुलिया पर एक किलोमीटर लंबा जाम लगा।

कोटा के मंदिरों में छात्रों ने परीक्षा से पहले पूजा-अर्चना की। कोचिंग संस्थानों के स्टाफ ने छात्रों पर फूल बरसाए और शुभकामनाएं दीं।

सभी परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की गहन जांच के बाद ही प्रवेश दिया गया।

केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, जिनकी लाइव मॉनिटरिंग की जा रही थी।

कई शहरों में ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए और परीक्षा की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।

अजमेर में निर्धारित समय से पहले ही स्टूडेंट्स परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे थे।

जयपुर के गांधीनगर स्थित शहीद लेफ्टिनेंट अजय पारीक विद्यालय के बाहर एक संस्थान द्वारा लगाए गए टेंट को पुलिस ने हटवा दिया, क्योंकि यह केंद्र नीट के लिए निर्धारित था।

परीक्षा के जरिए देश के मेडिकल कॉलेजों में करीब 2.5 लाख सीटों पर दाखिले होंगे। इसमें एमबीबीएस, बीडीएस, आयुर्वेद, पशु चिकित्सा और नर्सिंग कोर्स शामिल हैं।

आज का दिन उन लाखों छात्रों के लिए बेहद अहम है जो डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं। एनटीए और स्थानीय प्रशासन ने परीक्षा को सुचारू और सुरक्षित रूप से आयोजित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए है।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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