प्रयागराज, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद विश्वविद्यालय में “राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस” के उपलक्ष्य में मंगलवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य वक्ता इविवि के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक प्रो. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि सभी देशों के निर्माण में वहां के युवाओं का सबसे बड़ा योगदान होता है।
प्रो गर्ग ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद एस राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने शैक्षिक संस्थानों में स्वैच्छिक राष्ट्रीय सेवा शुरू करने की सिफारिश की थी। इस पर केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड ने जनवरी, 1950 में अपनी बैठक में विचार किया। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने इस विषय पर संज्ञान लिया और फिर शिक्षा मंत्री सम्मेलन में राष्ट्रीय सेवा योजना का मसौदा पेश किया गया। इसके तहत 28 अगस्त, 1959 को एक राष्ट्रीय सेवा समिति की स्थापना की गई।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम की शुरुआत तत्कालीन शिक्षा मंत्री डॉ. वी.के. आर.वी. राव ने 24 सितम्बर, 1969 को 37 विश्वविद्यालयों में की थी। इस अवसर पर अतिथियों और स्वयंसेवकों का स्वागत कार्यक्रम अधिकारी डॉ.रुचि दुबे ने किया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ.मनीष कुमार गौतम ने संचालन एवं डॉ.रवीन्द्र प्रताप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र