
यमुनानगर, 2 जून (Udaipur Kiran) । विदेश में बैठे गैंगस्टरों के शराब के ठेकों की बोली में भाग न लेने की धमकी देने का असर यह हुआ कि इस बार शराब कारोबारियों ने शराब ठेकों की बोलियों में दिलचस्पी नहीं ली। प्रदेश के अधिकारियों ने शराब कारोबारियों को समझाने और सुरक्षा देने के वायदे करने के बावजूद भी उन्होंने बोली में भाग नहीं लिया। जिसके चलते अब जिला प्रशासन ने आगामी 4 जून को एक बार फिर बोली की तारीख तय की है।
जिला कराधान एवं आबकारी अधिकारी आलोक पासी ने सोमवार को बताया कि 31 मई को जिले के 55 ठेकों में से मात्र तीन जोन के ही ऑनलाइन आवेदन आए थे, लेकिन उन्हें भी रद्द कर दिया गया है। सरकार ने इस बार 21 महीने के लिए दिए जाने वाले ठेकों की रिजर्व कीमत 484 करोड़ 77 लाख रूपये रखी है। सरकार का प्रयास है कि 4 जून को ज्यादा से ज्यादा ठेकों की नीलामी हो जाए। ताकि वर्तमान ठेकेदारों की 12 जून को समय सीमा समाप्त होने पर दूसरे ठेकेदार ठेकों को संभाल लें।
दरअसल, खेड़ी लक्खा सिंह में तीन लोगों की हत्या, जगाधरी, यमुनानगर के शराब ठेकों और गोदामों पर धमकी और फायरिंग के चलते ठेकेदारों में दहशत बनी हुई है। शराब काराेबारी अपनी जान की सुरक्षा का हवाला देते हुए ठेकों की बोली में भाग नहीं ले रहे हैं। ठेकेदारों का कहना है कि करोड़ों रूपये सरकार को फीस देने के बाद भी जान का जोखिम बना रहता है। ठेकेदारों ने यह भी आरोप लगाया कि विभाग की ओर से भी कोई सहयोग नहीं मिलता है। अक्सर चैकिंग के दौरान अधिकारी ठेके पर ताला लगाने की धमकी देते हैं और एक ही जोन में एक ठेके से दूसरे ठेके पर शराब ले जाने पर कार्रवाई होती है। इससे भी ठेकेदारों में असंतोष है। शराब ठेकेदारों की मानें तो उन्हें ठेके चलाने के लिए सुरक्षा संबंधी और कई तरह की दिक्कतें आ रही है।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग
