-एनएसएस के 80वें दौर के सर्वेक्षण के लिए प्रशिक्षकों की कार्यशाला आयोजित
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) का 80वां सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण अगले साल एक जनवरी से शुरू होगा। इस सर्वेक्षण की अवधि एक वर्ष होगी। इस सर्वेक्षण में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के उन गांवों को शामिल नहीं किया जायेगा, जहां पहुंचना कठिन है। इसके अलावा पूरे भारत को कवर किया जायेगा।
भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने 10-11 दिसंबर को मानेकशॉ सेंटर में अपने सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के एनएसएस 80वें दौर के लिए प्रशिक्षकों की अखिल भारतीय कार्यशाला (एआईडब्ल्यूओटी) का आयोजन किया। मंत्रालय ने बताया कि यह सर्वेक्षण स्वास्थ्य और व्यापक मॉड्यूलर सर्वेक्षण (सीएमएस)-दूरसंचार पर कई सामाजिक घरेलू उपभोग के संकलन के लिए डेटा संग्रह के लिए निर्धारित किया गया है। इसके अलावा आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) और असंगठित क्षेत्र उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसयूएसई) इस राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आयोजित किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि एनएसओ और राज्य अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय (डीईएस) एक जनवरी से शुरू होने वाले एक वर्ष की अवधि के लिए संयुक्त रूप से स्वास्थ्य पर सर्वेक्षण करेंगे।
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के महानिदेशक डॉ. कल सिंह ने 10 दिसंबर को कार्यशाला का उद्घाटन किया था। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में राष्ट्रीय स्वास्थ्य लेखा के संकलन में स्वास्थ्य सर्वेक्षण डेटा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य पर सर्वेक्षण का उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र पर बुनियादी मात्रात्मक जानकारी उत्पन्न करना है। समापन सत्र की अध्यक्षता सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने की।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर