-1320 मेगावाट के खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की इकाई-1, राष्ट्रीय ग्रिड के साथ सफलतापूर्वक हुई समन्वयित
ऋषिकेश, 28अक्टूबर (Udaipur Kiran) । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने भारत की विद्युत उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। टीएचडीसी, सार्वजनिक क्षेत्र की मिनी रत्न (शेड्यूल-A) कंपनी है। निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर.के. विश्नोई ने इस उपलब्धि पर जानकारी देते हुए बताया कि 1320 मेगावाट के खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की इकाई-1, राष्ट्रीय ग्रिड के साथ सफलतापूर्वक समन्वयित हो गई।
विश्नोई ने कहा कि यह क्षण टीएचडीसी की थर्मल पावर क्षेत्र में प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है। तेल समन्वय के कुछ ही घंटों के भीतर कोयला फायरिंग की प्रक्रिया भी सफलतापूर्वक पूरी हो गई।
खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट टीम के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए विश्नोई ने कहा कि यह उपलब्धि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के थर्मल पावर क्षेत्र के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता में महत्वपूर्ण योगदान देगा। उन्होंने कहा कि इकाई-1 का समन्वय केवल एक तकनीकी उपलब्धि ही नहीं है, बल्कि यह भारत की विद्युत उत्पादन क्षमता को मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।
इस विशेष अवसर पर भूपेंद्र गुप्ता, निदेशक तकनीकी ने परियोजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस उपलब्धि के साथ खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, विद्युत आपूर्ति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना शुरू कर देगा। उन्होंने कहा कि इसकी मदद से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के परिवर्तनशील होने की स्थिति में और अत्यधिक मांग के समय निरंतर और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
टीएचडीसी का थर्मल पावर क्षेत्र में कुछ वर्ष पहले हुआ रणनीतिक प्रवेश, इसकी मौजूदा नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का पूरक है। यह संतुलित और किफायती ऊर्जा पोर्टफोलियो राष्ट्र की बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। निगम, पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने और स्वच्छ ईंधन विकल्पों की खोज के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका उद्देश्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है। खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की इकाई-1 का समन्वय टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ाता है और कंपनी की ऊर्जा पोर्टफोलियो को मजबूत करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर श्री कुमार शरद, कार्यपालक निदेशक (परियोजना), आर.एम.दुबे, महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल), और बी.के.साहू, महाप्रबंधक (ओ.एंड.एम.) सहित निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही इस अवसर पर एम.के. आस्थाना, कार्यपालक निदेशक (एनटीपीसी परामर्श) के नेतृत्व में एनटीपीसी की परामर्श टीम के साथ-साथ बीएचईएल, एलएमबी, एसटीईएजी, और जीई सहित विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ऊर्जा उत्पादन में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और भारत के लिए किफायती और विश्वसनीय ऊर्जा भविष्य मुहैया कराने में योगदान कर रहा है।
(Udaipur Kiran) / विक्रम सिंह