मुंबई,8 सितंबर (Udaipur Kiran) । ठाणे नगरपालिका क्षेत्र में इस वर्ष गणेश प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए छह मोबाइल विसर्जन प्रणालियों की व्यवस्था आज से शुरू की गई है। यह प्रणाली नगर आयुक्त सौरभ राव की संकल्पना से अपनाई गई है और इसका उद्घाटन भी नगर निगम मुख्यालय परिसर में सौरभ राव ने ही किया।. गणेश प्रतिमा विसर्जन वाला यह ट्रक वाहन निर्धारित समय पर अलग-अलग स्थानों पर जाएगा। उस ट्रक पर लगे टैंक में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकता है।
कृत्रिम झील और टैंक प्रणाली के समान, नगर निगम ने इस वर्ष घूर्णन विसर्जन प्रणाली का प्रयोग किया है। फिलहाल तय कार्यक्रम के अनुसार चार वार्ड समितियों में ये ट्रक चलेंगे। आयुक्त राव ने गणेश भक्तों से इस सुविधा का लाभ उठाने की अपील की है.।ठाणे मनपा क्षेत्र में निपटान प्रणाली की योजना बनाई है, जिसमें इसमें 09 विसर्जन घाट, 15 कृत्रिम तालाब, 10 मूर्ति स्वीकृति केंद्र और 49 स्थानों पर टैंक विसर्जन प्रणाली और छह घूर्णन विसर्जन प्रणाली शामिल हैं।
इस वर्ष, यह मोबाइल विसर्जन प्रणाली चार वार्ड समिति क्षेत्रों अर्थात् नौपाड़ा-कोपारी, माजीवाड़ा-मान पाड़ा, वागले और वर्तक नगर में उपलब्ध होगी। विसर्जन व्यवस्था वाला यह चलंत वाहन वार्ड समिति के विभिन्न स्थानों पर सीमित समय के लिए सुबह 12 बजे से रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेगा। इसके ऊपर बने टैंक में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकता है। इस विसर्जन प्रणाली का शेड्यूल ठाणे नगर निगम की वेबसाइट पर ‘पर्यावरण के अनुकूल गणपति विसर्जन प्रणाली 2024’ शीर्षक के तहत उपलब्ध कराया गया है। पिछले वर्ष से नगर निगम ने गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाबों के साथ-साथ छोटे टैंकों की भी व्यवस्था की थी। इस दृष्टि से पिछले साल 42 जगहों पर टैंक की सुविधा उपलब्ध थी. इस वर्ष यह संख्या बढ़ाकर 49 कर दी गई है। इसके अलावा, जेल झील, माधवी हाउस-राममारुथी रोड, महागिरी कोलीवाड़ा, टेम्बी नाका, रीजेंसी हाइट्स-आजादनगर, लोढ़ा लक्जरी, कामगार अस्पताल, किसान नगर बस स्टॉप, मॉडला चेक नाका, देवदया नगर-शिवाई नगर में मूर्ति स्वीकृति केंद्र हैं। इसी तरह अंबेघोसाले, मसुंदा दत्त घाट, खारीगांव, घोलाईनगर, दतिवली झील, खिड़काली झील, न्यू शिवाजी नगर कलवा झील, नीलकंठ वुड्स- टिकुजिनी वाडी, रेवाले, बोरीवाडे, ब्रह्माण्ड रितु पार्क, हीरानंदानी रेलादेवी-1, रेलादेवी-2, उपवन झील परिसर-वर्तकनगर देवदयानगर आदि 15 स्थानों पर कृत्रिम झीलों की व्यवस्था की गई है।इसके साथ ही कोपरी, पारसिक रेती बंदर, रेतीबंदर-1, रेतीबंदर-2-राणानगर, फास्ट ट्रैक ब्रिज, बाबाजी पाटिल वाडी, शंकर मंदिर घाट, कोलशेत, बालकुम जैसे 09 स्थानों पर विसर्जन घाटों की व्यवस्था है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा