ऋषिकेश, 25 दिसंबर (Udaipur Kiran) । एम्स ऋषिकेश का यूरोलॉजी विभाग अपनी टेलीयूरोलॉजी सेवा के माध्यम से मरीजों की देखभाल में नई मिसाल कायम कर रहा है। एक अगस्त 2024 को शुरू हुई इस सेवा ने महज चार महीनों में 1600 से अधिक मरीजों को परामर्श और सहायता प्रदान की है। यह सेवा विशेष रूप से मूत्र रोग से ग्रस्त रोगियों के लिए उपयोगी साबित हो रही है, जो अस्पताल जाने की असुविधा से बचते हुए फोन पर ही परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।
समर्पित हेल्पलाइन और व्यापक सेवाएंइस सेवा के लिए विभाग ने 8126542780 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जो सोमवार से शनिवार सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक उपलब्ध है। रोगी इस सेवा के माध्यम से स्टेंट प्रबंधन, सर्जरी की डेट लेना, सर्जरी के बाद की देखभाल, हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट की जानकारी, मल्टीडिसिप्लिनरी ट्रीटमेंट का समन्वय, और अन्य समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
तकनीकी और मानवीय दृष्टिकोण का संगमयूरोलॉजी विभाग के प्रमुख और वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अंकुर मित्तल ने बताया कि यह सेवा उन मरीजों के लिए बेहद लाभकारी है, जिन्हें यूरोलॉजिकल कैंसर, महिलाओं की पेशाब से जुड़ी समस्याओं, रीनल ट्रांसप्लांट और अन्य मूत्र रोगों से संबंधित परामर्श की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि इस सेवा का विस्तार जल्द ही किया जाएगा, ताकि और अधिक मरीज इसका लाभ उठा सकें।
संस्थान की प्रतिबद्धताएम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने इस सेवा को स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता में सुधार का एक अनूठा कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण का उत्कृष्ट उदाहरण है। टेलीयूरोलॉजी सेवा सर्जरी के इंतजार कर रहे मरीजों और सर्जरी के बाद के फॉलो-अप में अत्यधिक सहायक साबित हो रही है।
विशेषज्ञों की टीम दे रही परामर्शइस सेवा में डॉ. ए.के. मंडल, डॉ. अंकुर मित्तल, डॉ. विकास पंवार, डॉ. दिलीप कुमार और अन्य रेजिडेंट डॉक्टर हर दिन मरीजों की समस्याओं का समाधान करते हैं। एसएनओ दीपेश स्वामी भी इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
नवाचार और मरीजों का सशक्तिकरणटेलीयूरोलॉजी सेवा ने तकनीकी नवाचार और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण से स्वास्थ्य सेवा में एक नई ऊंचाई स्थापित की है। यह सेवा न केवल समय की बचत करती है, बल्कि मरीजों को घर बैठे सटीक और गुणवत्तापूर्ण परामर्श प्रदान करती है।
(Udaipur Kiran) / विक्रम सिंह