Bihar

बजट पर नसीहत देने के बजाए 15 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब दें तेजस्वी: उमेश सिंह कुशवाहा

पटना, 02 मार्च (Udaipur Kiran) । बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वर्ष 2005 में बिहार का बजट महज 23 हजार करोड़ रुपये का था किन्तु आज वही बजट का आकार करीब 3 लाख करोड़ रुपये का हो चुका है।

प्रदेश अध्यक्ष ने आज यहां कहा कि बजट पर नसीहत देने के बजाए तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता के 15 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब जनता को देना चाहिए। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजद ने सत्ता में रहते हुए केवल सरकारी खजाने पर डाका डालने का काम किया। बिहार को आर्थिक रूप से पीछे धकेलने और कमजोर करने में राजद की सबसे बड़ी भूमिका रही है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार बेटियों के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए विभिन्न चरणों में 94 हजार रुपये से अधिक की प्रोत्साहन राशि देती है। साथ ही उद्योग स्थापित करने के लिये महिलाओं को 10 लाख लोन मिलता है, जिसमें 5 लाख माफ और बाकी 5 लाख रुपये पर कोई ब्याज नहीं है लेकिन तेजस्वी यादव महज 2,500 रुपये का झूठा झांसा देकर महिलाओं को बरगलाने में लगे हैं।

उन्हाेंने कहा कि वर्ष 2005 तक बिहार में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या महज 17 लाख थी, जो आज बढ़कर 2 करोड़ 7 लाख से अधिक हो गई है। प्रति व्यक्ति बिजली की खपत भी 70 यूनिट से बढ़कर अब 360 यूनिट हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में यह रिकाॅर्ड वृद्धि हमारे नेता नीतीश कुमार की दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शी सोच का परिणाम है। 15 वर्षों के शासनकाल में राजद ने कभी गरीबों के घर तक बिजली पहुंचाने का कोई ठोस प्रयास नहीं किया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमारा बिहार विकास की नई और ऊंची उड़ान भर रहा है। सात निश्चय भाग 1 और 2 के माध्यम से नीतीश कुमार ने बिहार की सूरत बदली है। सड़क, शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम हुए हैं। 19 वर्षों के शासनकाल में हमारे नेता ने हर-घर तक पीने का शुद्ध पानी पहुंचाया, हरेक गांव में नली-गली और हरेक घर में शौचालय का निर्माण कराया है।

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(Udaipur Kiran) / चंदा कुमारी

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