मीरजापुर, 01 अगस्त (Udaipur Kiran) । जनपद में कई विद्यालयों पर निर्धारित छात्र संख्या के अनुपात से अधिक शिक्षक तैनात हैं। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से ऐसे शिक्षकों के समायोजन की तैयारी आरंभ हो गई है। इससे परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के अनुपात के साथ शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार आएगा। चिह्नित शिक्षकों को आवश्यकता वाले विद्यालयों में भेजा जाएगा। जनपद में तैनात शिक्षकों को चिह्नांकन आरंभ हो गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि एक अगस्त से अधिक शिक्षक संख्या वाले विद्यालयों एवं शिक्षकों की आवश्यकता वाले विद्यालयों का चिह्नांकन तथा अधिक शिक्षक संख्या वाले चिह्नित विद्यालयों में मानक से अधिक शिक्षकों को उनकी जनपद में सेवा अवधि के आधार पर चिह्नांकन किया जा रहा है। इसके बाद दो से चार अगस्त के बीच आवश्यकता वाले विद्यालयों की सूची तथा सरप्लस शिक्षकों की सूची जारी की जाएगी। तीन से पांच अगस्त तक शिक्षक आपत्ति प्रस्तुत करेंगे। समिति के माध्यम से आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा।
बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए शिक्षकों का स्थानांतरण और समायोजन की कवायद चल रही है। इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी ने दिशा निर्देश जारी किया है। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जनपद में 1806 परिषदीय विद्यालयों का संचालन हो रहा है। शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 2,38,000 बच्चों का अबतक नामांकन किया गया है। इनको पढ़ाने की जिम्मेदारी 8500 शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों पर है। बेसिक शिक्षा परिषद के नियमानुसार प्राथमिक कक्षा में 30 बच्चों पर एक शिक्षक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में 35 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती होनी चाहिए। परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के नामांकन में प्रति वर्ष परिवर्तन होता है।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा