अमेठी, 03 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के जनपद अमेठी में एक अध्यापक, उसकी पत्नी और दो बच्चियों की देर शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत अहोरवा भवानी चौराहे के पास किराए के मकान में रहने वाले 35 वर्षीय दलित अध्यापक सुनील कुमार और उनकी पत्नी तथा दो छोटी-छोटी बच्चियों की देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। जब तक घर के अंदर पुलिस और स्थानीय लोग दाखिल हुए तब तक बदमाश हत्या कर फरार होकर चुके थे।
उल्लेखनीय है कि मृतक अध्यापक सुनील कुमार रायबरेली जनता की सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत जगतपुर गांव का रहने वाला था। यह पनहौना कंपोजिट विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्यकर्ता था। बताया जा रहा है कि रामगोपाल के दो पुत्र थे। बड़ा बेटा मुंबई में अपने परिवार के साथ रहता है, जबकि छोटा बेटा सुनील अध्यापक था। सुनील की पत्नी पूनम भारती के द्वारा रायबरेली जिले में 18 अगस्त को अश्लील हरकत करने और मारपीट के मामले सहित एससी एसटी एक्ट में चंदन वर्मा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया। लेकिन पुलिस के द्वारा उसका 151 में चालान करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया गया था। इसके बाद आज इस तरह की बड़ी घटना घटी। अब पुलिस सहित सभी लोगों की निगाह चंदन वर्मा की ऊपर टिकी हुई है। अमेठी पुलिस और एसओजी टीम के साथ-साथ नगर कोतवाली रायबरेली की पुलिस भी चंदन वर्मा की तलाश में लगी हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अधिकारियों को तत्काल पहुंचने के निर्देश दिए। इसके बाद अमेठी के जिलाधिकारी निशा अनंत और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह के साथ मौके के घटनास्थल पर पहुंचे। आईजी जोन अयोध्या प्रवीण कुमार और एडीजी जोन लखनऊ एसबी सिरोड़कर ने घटनास्थल पर पहुंचकर लगभग एक घंटे जांच पड़ताल करते हुए प्रत्येक एंगल से घटना पर मंथन किया।
इस दौरान आईजी जोन अयोध्या प्रवीण कुमार ने बताया कि हमारी फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य संकलन किया है। गहनता से जांच करने के उपरांत पता चला कि कोई जबरदस्ती नहीं घुसा है। एक ही दरवाजा है जिधर से बदमाश घुसे हैं। घर का जो दरवाजा था या तो पहले से खुला था या फिर खोला गया है। पुलिस की 4 टीमें लगी हुई है। हम लोगों ने बहुत ही महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलित कर लिया है। जल्दी ही घटना का अनावरण किया जाएगा। बच्चों की हत्या करने का मतलब यह है कि जब आप किसी को पहचान रहे हो तभी बच्चों की हत्या की जाती है। हमको घटना के जो भी साक्ष्य मिले हैं उसके आधार पर बहुत ही जल्द घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / लोकेश