Uttar Pradesh

एनटीईपी के तहत भारत में टीबी के मामलों में आ रही कमी 

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-कुलपति की अध्यक्षता में राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की बैठक

इटावा,22जनवरी (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में 7 दिसंबर से शुरू हुए सौ दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान के संदर्भ में कुलपति प्रो.डॉ. पीके जैन व केजीएमयू रेस्पिरेटरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष व एनटीईपी जोनल टास्क फोर्स के चेयरमैन प्रो. डॉ. सूर्यकांत व यूपीयूएमएस रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभागाध्यक्ष व एनटीईपी स्टेट टास्क फोर्स वाइस चेयरमैन प्रो.डॉ. आदेश कुमार की अध्यक्षता में राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की बैठक संपन्न हुई।

एनटीईपी जोनल टास्क फोर्स के चेयरमैन प्रो. डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने सौ दिवसीय अभियान का आधिकारिक रूप से शुभारंभ 7 दिसंबर को कर दिया है। अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से असुरक्षित आबादी के लिए टीबी के मामलों का पता लगाना, निदान में होने वाली देरी को कम करना तथा उपचार के परिणामों को बेहतर बनाते हुए टीबी के खिलाफ लड़ाई को और तेज करना है। अभियान 7 दिसंबर से शुरू होकर आगामी सौ दिनों तक उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में चलाया जा रहा है। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा की तथा महत्वपूर्ण जानकारियों को भी बैठक में साझा किया।

संकायाध्यक्ष एवं यूपीयूएमएस रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ.आदेश कुमार ने बताया कि एनटीईपी के तहत भारत में टीबी के मामलों में कमी लाने की दिशा में पिछले एक दशक में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। यह सौ दिवसीय अभियान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तत्वावधान में राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के व्यापक ढांचे का अंग है। डा. आदेश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करना है। ऐसे में विशेष अभियान के जरिए जनपद में नए टीबी रोगियों को खोजने, टीबी मरीजों की मृत्यु दर को कम करने और स्वस्थ व्यक्तियों में टीबी संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से यह अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट तथा अन्तर्विभागीय समन्वय पर जोर है। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय में सभी टीबी की जांच सीवी नेट, एक्सरे की सुविधा निशुल्क है और किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कोई भी निशुल्क टीबी की जांच करवा सकता है।

बैठक में रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभाग से डॉ आशीष गुप्ता ,डॉ आदित्य कुमार गौतम, डॉ.सोमनाथ, डॉ. नम्रता व कम्युनिटी मेडिसिन विभाग से डॉ. नरेश पाल सिंह तथा डब्ल्यूएचओ स्टेट कंसलटेंट डॉ. प्रीति उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / रोहित सिंह

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