Haryana

हरियाणा की 1800 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य : नायब सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा टीबी मुक्त अभियान वाहन काे झंडी दिखाकर रवाना करते हुए

-प्रदेश में 79 हजार मरीजों का डाटा ऑनलाइन पोर्टल पर किया अपलोड

चंडीगढ़, 07 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि जन भागीदारी की ताकत टी.बी. के खिलाफ सफलता पाने में भी कारगर सिद्ध होगी। आज टी.बी. उन्मूलन के लिए 100 दिवसीय राष्ट्रीय निक्षय शिविर का शुभारंभ इस काम में मील का पत्थर साबित होगा।

मुख्यमंत्री सैनी शनिवार को पंचकूला में आयोजित राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के दौरान जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्हाेंने कहा कि टी.बी. के खिलाफ की गई हमारी पहलों के सकारात्मक परिणाम आए हैं। अब अधिक लोग टी.बी. की जांच और इलाज करवाने के लिए आगे आ रहे हैं। वर्ष 2023 में हरियाणा में 579 टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायतें थी। इस साल लगभग 1800 टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायतें बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश के 79 हजार 652 मरीजों का डेटा निक्षय पोर्टल अपलोड किया गया है। निक्षय पोषण योजना में अब तक 3 लाख 49 हजार मरीजों को 117 करोड़ 46 लाख रुपये दिए जा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार टी.बी. को खत्म करने के लिए और भी अति आधुनिक तकनीक मुहैया करवा रही है। इस समय सभी मौजूदा एक्स रे केंद्रों को भारतीय प्लाज्मा अनुसंधान संस्थान अहमदाबाद के साथ ए.आई. के साथ जोड़ा जा रहा है। हरियाणा यह प्रौद्योगिकी लागू करने वाला देश का दूसरा राज्य है।

रोहतक और करनाल में दो अत्याधुनिक माइक्रो बैक्टीरियल कल्चर और डी.एस.टी. लैब स्थापित हैं। इसके अलावा, अंबाला में एक नई लैब स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 59 मोबाइल हेल्थ वैन के माध्यम से गांवों, मलिन बस्तियों, दिहाड़ी मजदूरों, भट्टाें और किसानों के टी.बी. परीक्षण करवाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टी.बी. रोगियों को यदि और भी कोई बीमारी मिलती है तो सरकार उसका भी मुफ्त इलाज करती है। पी.जी.आई.एम.एस. रोहतक तथा करनाल, नूंह और सोनीपत के मेडिकल कॉलेजों में चार नोडल ड्रग रेजिस्टेंस टी.बी. केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनके अलावा सभी 22 जिलों में भी जिला नोडल ड्रग्स रेसिस्टेंट टी.बी. केंद्र स्थापित किये गये हैं। सभी मरीजों के सैंपलों को निकटतम नामित माइक्रोस्कोपी केंद्र में जांच के लिए भेजा जाता है। प्रदेश में इन केंद्रों की संख्या भी 358 से बढ़ाकर 428 की गई है। इसके अलावा, 131 नए डी.एम.सी. खोले जा रहे हैं।

प्रदेश के सभी जिलों में ए.आई. के साथ हैंड हेल्ड एक्स रे का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मरीजों को सरकारी और निजी क्षेत्र में आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज किया जाता है। अब तक 17 हजार 500 टी.बी. मरीजों को 29 करोड़ रुपये के क्लेम दिए हैं। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि इस अभियान के तहत अगले 100 दिनों में तीव्र गति से ज्यादा से ज्यादा टीबी मरीजों की जांच करके उन्हें इलाज मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने टीबी मरीजों के पोषण के लिए निर्धारित राशि को 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये किया गया है, ताकि ऐसे मरीज पौष्टिक आहार ले सकें।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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