जयपुर, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । गुजरात और राजस्थान राज्यों के पर्यटन और धार्मिक स्थलों का रेल परिवहन के माध्यम से सम्पर्क स्थापित करने के उद्देश्य तारंगाहिल-अंबाजी-आबू रोड (117 किलोमीटर) नई रेल लाइन का कार्य प्रगति पर है। नई लाइन के निर्माण के लिए के लिए विभिन्न कार्यों के लिए टेण्डर अवार्ड कर दिए गए है और कार्य प्रगति पर है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार तारंगाहिल-अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन (117 किलोमीटर) के कार्य को वर्ष 2022-23 में लगभग 3000 करोड़ रुपये की लागत के साथ स्वीकृत किया गया है टेण्डर अवार्ड होने के उपरांत अब कार्य तेजी से निष्पादित किए जाएंगे।
तारंगाहिल-अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन के निर्माण सम्बंधित कार्यों की प्रगति को मॉनिटर करने के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने 4 सितम्बर को निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ आबू रोड-अंबाजी रेलखण्ड का निरीक्षण किया और कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की। अमिताभ ने नई लाइन की प्रगति की समीक्षा की और सम्बंधित अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्यानुसार कार्य करने के दिशानिर्देश प्रदान किए।
तारंगाहिल-अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन परियोजना कनेक्टिविटी बढ़ाने और गतिशीलता में सुधार करने में अहम भूमिका का निर्वहन करेगी। इस रेल लाइन पर कुल 15 स्टेशन प्रस्तावित है, जिनमें 8 क्रॉसिंग और 7 हाल्ट स्टेशन होंगे तथा 11 टनल, 54 बडे़ पुल, 151 छोटे पुल, 8 रोड ओवर ब्रिज, 54 रोड अण्डर ब्रिज/सीमित ऊंचाई के पुल तथा यह विद्युतीकृत ट्रेक्शन पर संचालित मार्ग होगा।
अंबाजी देश का प्रसिद्ध एवं महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और यहां हर साल गुजरात और देश के विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ विदेशों से लाखों भक्त दर्शन के लिए आते है। तारंगाहिल-अंबाजी-आबू रोड परियोजना के निर्माण से नये क्षेत्रों में रेल परिवहन की उपलब्धता होगी तथा गुजरात और राजस्थान राज्यों के पर्यटन और धार्मिक स्थलों का रेल परिवहन के माध्यम से सम्पर्क स्थापित होगा जिसमें प्रमुख पर्यटक स्थल माउंट आबू और आध्यात्मिक केन्द्र प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, दिलवाडा के जैन मंदिर अम्बाजी में स्थित देवी शक्ति पीठ, तारंगाहिल में जैन धर्म के तीर्थ स्थल प्रमुख है।
तारंगाहिल-अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन राजस्थान के सिरोही जिले और गुजरात के साबरकांठा, बनासकांठा और महेसाणा जिलों से होकर गुजरेगा। नई रेल लाइन के निर्माण से इस क्षेत्र में उद्योग धन्धे विकसित होंगे और क्षेत्र का समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास होगा।
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(Udaipur Kiran) / राजीव