भागलपुर, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल का मुख्य उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना था।
ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को पानी के लिए भटकना न पड़े। लेकिन भागलपुर के सन्हौला प्रखंड के सिलहन खजुरिया पंचायत के बेलडीहा गांव के वार्ड नंबर 12 के मुस्लिम टोला में इस योजना की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। पिछले दो साल से इस टोले में नल की टोटियों से पानी की एक बूंद तक नहीं निकली है।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले नल से पानी आता था। लेकिन पिछले दो साल से पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो चुकी है। गांव की दर्जनों महिलाओं का कहना है कि पाइप फट गया है या कोई तकनीकी खामी है, लेकिन जिला प्रशासन ने फिर पंचायत के जनप्रतिनिधि इसे ठीक कराने की कोई पहल आजतक नहीं की।
महिलाओं ने बताया कि पानी की समस्या के कारण उन्हें पुराने कुएं या दूर-दराज के स्थित दूसरे हैंडपंपों पर निर्भर रहना पड़ता है। यह स्थिति सरकार के उस वादे को पूरी तरह से खारिज करती है, जिसमें हर घर तक स्वच्छ पानी पहुंचाने की बात कही गई थी। गांव की महिलाओं ने पीएचईडी विभाग के अधिकारी एवं पंचायत के जनप्रतिनिधि से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द टूटे हुए पाइप की मरम्मत कर पानी की आपूर्ति बहाल की जाए। वार्ड सदस्य श्रीधारी पासवान ने कहा कि पीएचईडी विभाग के जेई बिपिन कुमार को जब भी कहते हैं तो वह ध्यान नहीं देते हैं। हमेशा टाल मटोल करता है।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर