गोपालगंज, 12 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।। जिले
में गर्मी के दस्तक के साथ ही गरीब परिवारों को पीने के पानी के लिए घोर कठिनाइयों
का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर जल नल योजना
का लाभ आमलोगों के लिए बिल्कुल ढकोसला साबित होने लगा है। पेयजल के लिए खासकर ग्रामीण
इलाकों में गरीब परिवार काफी मशक्कत के बाद अपने उपयोग के लायक पानी का इंतजाम कर रहे
हैं। जिले के 216 पंचायतों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर जल नल योजना
के अंतर्गत कहीं-कहीं वार्डवार वाटर प्लांट गाड़ने के कार्य तो करवाये गये हैं, लेकिन
हर घर में पाइप बिछाने का कार्य नदारद हैं। कहीं -कहीं लोगों को पानी की प्यास बुझाने
के लिए पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है। नलजल शोभा की वस्तु बनकर रह गए है। नलजल की मरम्मत
एवं रखरखाव के मामलों में पीएचइडी फिसड्डी साबित होने लगी है।जब तक पंचायत के पास नलजल मरमम्त करने का अधिकार था, तब तक
स्थानीय लोग वार्ड और मुखिया के पास जाकर नलजल खराब होने की बात कहते थे। मुखिया के
स्तर से बनवाया भी जाता था लेकिन सरकार ने जबसे पीएचइडी को सौपा है तबसे नलजल का हाल
बूरा है।
पीएचइडीके कार्यपालक अभियंता प्रमोद
कुमार झा कहते है कि प्रखंड में सरकार ने संवेदक को बहाल कर दिया है। उन लोगों को नलजल
का काम देखना है। लेकिन गांव के लोगों को क्या पता है कि कौन सा संवेदक किसर प्रखंड
में काम करेगा है। अधिकांश लाभुकों का कहना है कि पहले मुखिया तो बनवा देते थे लेकिन
जबसे पीएचईडी विभाग के पास गया है तबसे संवेदक कागज पर मरमम्ती दिखाकर विभाग से मिली
भगत कर लाखों रूपए का बंदरबांट कर रहे है और गरीब शुद्व पानी के लिए तरस रहे है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सात निश्चय योजना में नल जल योजना
थावे प्रखंड में कई पंचायत के वार्ड में बेपटरी हो गई है। वार्डों में मुख्यमंत्री
सात निश्चय योजना के तहत हर घर जल नल योजना अंतर्गत लाखों रुपए खर्च के बावजूद कहीं
नल टूटे पड़े है तो कहीं नल लगाने के समय से पानी गिरना बंद है।
लाभुकों के दरवाजे पर
लगे नल के पाइप या तो टूट गये है या उनके दरवाजे पर शोभा की वस्तू बनी है। इसके लिए बनाई गई पानी टंकी शोभा की वस्तु बनी हुई
है। नल की टोटी से पानी निकलना बंद है। इससे लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा
है। राज्य सरकार की सात निश्चय योजना के तहत लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के
लिए हर घर नल का जल योजना शुरू की गई। सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का
जल जिले के अधिकांश प्रखंडों के कई जगहों पर फेल है। इसके लिए बनाई गई पानी टंकी शोभा
की वस्तु बनी हुई है। नल से पानी निकलना बंद है। इससे लोगों को शुद्ध पेयजल पहुंचाने
की सरकारी योजना टांय-टांय फिस्स साबित हो गई है।
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(Udaipur Kiran) / Akhilanand Mishra
