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-हनुमानघाट पर गंगा स्नान के बाद मंदिरों में दर्शन पूजन, गलियों में तमिलनाडु की सुगन्ध महसूस की, महाकवि सुब्रमण्यम भारती के परिजनों से मिले
वाराणसी, 19 फरवरी (Udaipur Kiran) । काशी तमिल संगमम-3.0 में भाग लेने के लिए तमिलनाडु से आए पेशेवर और उद्यमियों के समूह ने बुधवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की भव्यता और विशाल कॉरिडोर की जमकर सराहना की। दल ने काशी में हुए विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया।
समूह में शामिल रमन ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर काफी बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल काफी अच्छी है। दल ने गंगा में क्रूज से भ्रमण के बाद हनुमान घाट पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। मां गंगा की विधि विधान से पूजा की। घाट के आसपास द्रविड़ शैली में बने दक्षिण भारतीय मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद गलियों में भ्रमण कर तमिलनाडु की सुगंध महसूस की।
दल ने तमिल महाकवि सुब्रमण्यम भारती के घर का अवलोकन किया और उनके वंशजों से बातचीत की। इसके बाद दल के सदस्यों ने हनुमानघाट स्थित कांचीकामकोटि मठ में पहुंच कर शंकराचार्य और उनके सांस्कृतिक विरासत को जाना। मठ के लोगों ने दल की जिज्ञासा शांत की। बताया कि दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में यह स्थान महत्वपूर्ण है। कांची कामकोटि पीठ के 69 वें शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती से जुड़े सवालों का जबाब दिया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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