इस जमात में दुनियाभर से 15 लाख मुस्लिमों के पहुंचने का दावा जलसा के लिए 121 एकड़ जगह पर की गई है व्यवस्था
चिकन के अलावा किसी अन्य पशु की बिरयानी बेचने पर रोक
नूंह, 18 अप्रैल (Udaipur Kiran) । तब्लीगी जमात का जलसा पहली बार हरियाणा के नूंह में होने जा रहा है। नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में 19 से 21 अप्रैल तक होने वाले इस जलसे में तब्लीगी जमात से जुड़े देश-विदेश के लगभग 15 लाख मुस्लिम शामिल हाेने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए 121 एकड़ जमीन पर इंतजाम किए गए हैं। खास बात यह रहेगी कि जलसा के अंदर पुलिस की एंट्री नहीं है। पुलिस बाहर से ही सुरक्षा व्यवस्था देखने का काम करेगी।
जमात कार्यक्रम के मीडिया कोर्डिनेटर रफीक मास्टर ने शुक्रवार को बताया कि कार्यक्रम में हजरत निजामुद्दीन से मौलाना साद साहब जलसा को संबोधित करेंगे। तब्लीगी जमात का यह तीन दिवसीय जलसा फिरोजपुर झिरका में होगा। जलसा के लिए 121 एकड़ जमीन पर टेंट लगाया गया है, जिसमें एक सौ एकड़ में बैठने, पार्किंग अन्य व्यवस्था की गई है। रफीक मास्टर के मुताबिक कार्यक्रम की तैयारियां पिछले चार महीनों से चल रही है, जलसा में कोई कमी ना रहे इसके लिए एक्सपर्ट टीम की सहायता भी ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में चिकन के अलावा किसी अन्य पशु की बिरयानी बेचने पर रोक रहेगी। तब्लीगी जमात की शिक्षा की शुरूआत मेवात से ही मानी जाती है। वर्ष 1926-27 में हजरत मौलाना इलियास ने नूंह में इस्लामिक शिक्षा का प्रचार किया था और नूंह को ही इस्लामी शिक्षा का केंद्र बनाया था। मेवात से शुरू होकर यह तब्लीगी जमात आज दुनिया के लगभग 150 देशों में फैली हुई है।
रफीक मास्टर ने कहा कि तब्लीकी जमात हरियाणा, राजस्थान, यूपी और दिल्ली के कुछ क्षेत्रों को मेवात ही मानती है और कई राज्यों में जलसे भी करवाती है। पिछली बार यह जलसा राजस्थान में हुआ था। रफीक मास्टर ने बताया कि मौलाना साद के अलावा और मौलाना इस कार्यक्रम में पहुंचेंगे और पूरी जमात को इस्लामिक रास्तों पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे।
(Udaipur Kiran)
