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– 11 साल की उम्र में शास्त्रीय नृत्य का उभरता सितारा, शास्त्रीय नृत्य में बनाई मिसाल
हल्द्वानी, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के क्षेत्र में उत्तराखंड का मान बढ़ाने वाली हल्द्वानी की स्वस्तिका जोशी को उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से उत्तराखंड बाल गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें आगामी 18 दिसंबर को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की ओर से प्रदान किया जाएगा।
11 वर्षीय स्वस्तिका ने दिल्ली, आगरा, शिमला, उज्जैन, गाजियाबाद, इलाहाबाद, लखनऊ, बनारस, हल्द्वानी और अल्मोड़ा जैसे कई प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी भरतनाट्यम प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है।
नृत्य और संगीत का सफर, संगीत में वायलिन वादन
स्वस्तिका जोशी ने छह वर्ष की उम्र में गुरु-शिष्य परंपरा के तहत गुरु शुभम खोवाल से भरतनाट्यम नृत्य की शिक्षा ग्रहण की। प्रारंभिक शिक्षा आचार्य हरीश चंद्र पंत से प्राप्त की। वर्तमान में दिल्ली में वरिष्ठ गुरु पंडित रवि शंकर प्रसन्ना से वायलिन की शिक्षा ले रही हैं। स्वस्तिका हल्द्वानी के सेंट थेरेसा स्कूल में कक्षा छह की छात्रा हैं।
उपलब्धियां
हाल ही में स्वस्तिका को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनारस के नमो घाट और अस्सी घाट पर आयोजित कार्यक्रम में भरतनाट्यम की एकल प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया गया था। उनकी कला साधना के लिए उन्हें कई मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है। स्वस्तिका के उत्तराखंड बाल गौरव सम्मान के लिए चयन पर क्षेत्र के लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाइयां दी हैं।
(Udaipur Kiran) / अनुपम गुप्ता
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