West Bengal

स्वामी विवेकानंद मिलन मेला : पांच दिवसीय उत्सव का शुभारंभ

विवेकानंद कार्यक्रम

कोलकाता, 10 जनवरी (Udaipur Kiran) । स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर आज से स्वामी विवेकानंद मिलन मेला का शुभारंभ हुआ। काली सिंघी पार्क में दीप प्रज्वलन के साथ इस मेले की शुरुआत की गई। विवेकानंद पाठचक्र और संस्कार भारती (पश्चिम बंगाल इकाई) के संयुक्त प्रयास से आयोजित यह मेला आगामी पांच दिनों तक चलेगा। इस मेले में आम लोगों के लिए निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था है।

मेले के उद्घाटन समारोह में स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास के सचिव स्वामी ज्ञानालोकानंद महाराज, विवेकानंद पाठचक्र के अध्यक्ष कर्नल (सेवानिवृत्त) सब्यसाची बागची, रामकृष्ण मठ और मिशन के संघाध्यक्ष गिरीशानंद महाराज और वरिष्ठ अधिवक्ता अनिंद्य कुमार मित्र उपस्थित थे।

स्वामी ज्ञानालोकानंद महाराज ने अपने भाषण में कहा, विवेकानंद मिलन मेला का अर्थ है सभी के बीच मेल-मिलाप का अवसर। स्वामीजी का जीवन और उनके विचार हर व्यक्ति को नई दिशा प्रदान करते हैं। कर्नल सब्यसाची बागची ने कहा, स्वामी विवेकानंद की जन्मभूमि हमारी कर्मभूमि है। उनके आदर्शों को सभी के समक्ष प्रस्तुत करना हमारा मुख्य उद्देश्य है।

रामकृष्ण मठ और मिशन के संघाध्यक्ष गिरीशानंद महाराज ने बताया, स्वामीजी के ज्ञान और आध्यात्मिक आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है। अधिवक्ता अनिंद्य कुमार मित्र ने कहा, स्वामीजी के विचारों और आदर्शों को सब तक पहुंचाने का यह मेला एक अद्वितीय माध्यम है।

विवेकानंद पाठचक्र के महासचिव सुदीप दत्ता ने कहा, इस मेले का मुख्य उद्देश्य स्वामीजी के नाम पर समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करना है। वहीं, उपाध्यक्ष और संस्कार भारती पश्चिम बंगाल के कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष भट्टाचार्य ने कहा, 1970 से हम स्वामी विवेकानंद की जयंती मना रहे हैं। पिछले 15 वर्षों से इसे मेले का रूप दिया गया है ताकि स्वामीजी के विचार व्यापक स्तर पर फैल सकें।

पांच दिवसीय इस मिलन मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्याख्यान और प्रदर्शनी के माध्यम से स्वामी विवेकानंद के जीवन और दर्शन को प्रस्तुत किया जाएगा। आयोजकों को उम्मीद है कि यह मेला लोगों के बीच एकता और मेलजोल का प्रतीक बनेगा।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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