Uttrakhand

स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज को मिले भारत रत्न : रविंद्र पुरी

रविन्द्र पुरी व ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि

हरिद्वार, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने भारत माता के अवतरण दिवस पर मंदिर के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज को भारत सरकार से भारत रत्न देने की मांग की है।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज ने सनातन धर्म और देश की आजीवन सेवा की। उन्होंने भारत माता मंदिर का निर्माण ही नहीं अपितु विदेशों में भी सनातन का परचम फहराया। उनके अथक प्रयासों से सनातन संस्कृति का उन्नयन हुआ। भानुपुरा पीठ के शंकराचार्य रहते हुए भी उन्होंने अनेक कार्य किए। आज उनके शिष्य आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज भी सनातन की पताका को बुलंद किए हुए हैं।

रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानंद महाराज को भारत सरकार ने पद्मविभूषण सम्मान से सम्मानित किया, किंतु वे भारत रत्न सम्मान पाने के असली हकदार थे। जिस प्रकार अनेक राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य विभूतियों को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया, ठीक उसी प्रकार स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज को भी भारत रत्न मिलना चाहिए। समारोह की अध्यक्षता आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने की। इस दौरान सभी अखाड़ों व संप्रदायों के संतों ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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