जम्मू, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने जम्मू-कश्मीर में नए पर्यटन स्थलों के विकास और हस्तशिल्प क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए आगे बढ़ने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए विष्व बैंक टीम के साथ एक समापन बैठक की। विष्व बैंक टीम ने अपनी 4 दिवसीय यात्रा का समापन करते हुए नई परियोजनाओं के लिए आवश्यक हस्तक्षेपों के संबंध में विभिन्न सुझाव दिए। विष्व बैंक टीम ने कश्मीर में अपने संक्षिप्त प्रवास के दौरान कई पर्यटक स्थलों और हस्तशिल्प इकाइयों का दौरा करने के बाद अपनी टिप्पणियों का विवरण दिया। इस बात पर सहमति हुई कि विष्व बैंक मुख्य रूप से नए पर्यटक स्थलों के विकास और हस्तशिल्प क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक ज्ञान भागीदार के रूप में अपना समर्थन प्रदान करेगा।
परियोजना वित्त पोषण की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई और विष्व बैंक द्वारा वित्त पोषित झेलम तवी बाढ़ रिकवरी परियोजना को एक वर्ष और बढ़ाने की मांग भी विष्व बैंक टीम के सामने रखी गई। मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार का ध्यान सभी पर्यटन स्थलों का सतत विकास सुनिश्चित करना होगा ताकि सतत विकास लक्ष्यों में पर्यटन क्षेत्र के योगदान को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि जहां पर्यटन में जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था में भारी योगदान देने की क्षमता है वहीं सरकार प्राकृतिक परिवेश के साथ योजनाबद्ध विकास सुनिश्चित करके पर्यटन स्थलों की पारिस्थितिकी के संरक्षण के लिए एक रणनीति भी तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास प्राधिकरणों को मजबूत करने की आवश्यकता होगी ताकि ये पर्यटन स्थलों का विकास करें।
मुख्य सचिव ने नए पर्यटन स्थलों के विकास और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी सलाह प्रदान करने के लिए विश्व बैंक टीम को उनकी यात्रा के लिए धन्यवाद दिया जिसके लिए विष्व बैंक एक ज्ञान भागीदार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विष्व बैंक की टीम ने दौरे का सारांश देते हुए स्थिरता के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता दोहराते हुए और पर्यटक स्थानों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से जम्मू-कश्मीर सरकार को उनकी नई परियोजनाओं में समर्थन देने के लिए अपनी यात्रा का विवरण दिया। टीम ने पर्यटन के विकास के लिए समग्र रणनीतिक दृष्टि रखने और संगठित विकास के लिए पर्यटन गंतव्य स्थानिक योजनाएं विकसित करने पर जोर दिया। चर्चा किए गए अन्य मुद्दों के अलावा टीम ने पर्यटक रिसॉर्ट्स के बेहतर रखरखाव के लिए सुविधाएं स्थापित करने के संबंध में स्थायी संकेतकों पर काम करने पर भी जोर दिया।
पर्यटन सुविधाओं की स्थापना में निवेश के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी की आवश्यकता, कागजी कार्रवाई और मंजूरी में तेजी लाकर व्यवसायों को सरकार की सुविधा प्रदान करने और स्वच्छ-हरित ब्रांड विकसित करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई। बैठक में विष्व बैंक, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, प्रमुख सचिव वित्त, आयुक्त सचिव पर्यटन, निदेशक पर्यटन कश्मीर/जम्मू, एमडी जेकेटीडीसी, निदेशक हस्तशिल्प एवं हथकरघा कश्मीर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा