
मेधा किरीट की लिखित ऑडियोबुक और ई-बुक ‘अग्निशिखा’ का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण
मुंबई, 13 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा कि दिवंगत वरिष्ठ भाजपा नेता सुषमा स्वराज एक अध्ययनशील, विद्वान और बहुआयामी व्यक्तित्व की थीं। उन्होंने लोकसभा में विपक्ष की नेता और विदेश मंत्री के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने गुरुवार को अग्निशिखा ऑडियोबुक और ई-बुक का लोकार्पण किया गया। मेधा किरीट की लिखित इस पुस्तक को मराठी, हिंदी और अंग्रेजी में ऑडियोबुक और ई-बुक के रूप में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक का डिजिटल निर्माण पुणे के झंकार स्टूडियो में किया गया है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि अग्निशिखा-सुषमा स्वराज इस ई-बुक और ऑडियोबुक के माध्यम से उनका जीवन और कार्यनिश्चित रूप से युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक साबित होगा। फडणवीस ने कहा कि विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज ने पासपोर्ट और वीज़ा सेवाओं में कई सुधार किए। उन्होंने कई देशों के साथ समझौते किए और पासपोर्ट सेवाओं को सरल बनाने के महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जिससे पासपोर्ट और वीज़ा प्राप्त करना पहले की तुलना में आज आसान हो गया है। लोकसभा में विपक्ष की नेता के रूप में, सुषमा स्वराज ने सरकार की नीतियों पर तर्कसंगत और प्रभावशाली ढंग से अपनी बात रखी। उनके शोधपरक भाषणों ने उस समय काफी लोकप्रियता हासिल की थी। उनका ज्ञान, विषयों की समझ, अद्वितीय बुद्धिमत्ता और असाधारण स्मरण शक्ति उनके व्यक्तित्व की विशेष पहचान थी।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सुषमा स्वराज को विभिन्न भाषाओं का गहरा ज्ञान था और वे भाषा की सुंदरता को पहचानने की कला में निपुण थीं। उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि वे अपने भाषण देने के दौरान कभी भी लिखित नोट्स का उपयोग नहीं करती थीं। उनके सारगर्भित और प्रेरणादायक भाषण आज भी मार्गदर्शक के रूप में काम कर रहे हैं ।
कार्यक्रम में पूर्व सांसद किरीट सोमैया, मराठी अभिवाचक तनुजा राहणे, ई-बुक रचनाकार स्वाति जोशी, हिंदी अभिवाचक दिव्या शारदा और ‘झंकार’ के निर्देशक सत्यजीत पंगू व आनंद लिमये उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) यादव
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