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कैश कांड के आरोपी जज स्वीकार नहीं, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम वापस ले फैसला

इलाहाबाद हाईकाेर्ट्

–इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की हड़ताल जारी, गुरुवार को भी वकीलों का कार्य बहिष्कार

प्रयागराज, 26 मार्च (Udaipur Kiran) । दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा का इलाहाबाद हाईकोर्ट स्थानांतरण किये जाने के विरोध में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही। अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य न करते हुए स्थानांतरण का विरोध करते हुए नए जजों की नियुक्ति करने की मांग दोहराई। अधिवक्ताओं के कार्य न करने से अदालतों में कामकाज नहीं हो सका। न्यायिक व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित रही।

इसके पूर्व अधिवक्ताओं ने सुबह कोर्ट का समय शुरू होते ही अपना विरोध शुरू कर दिया। अधिवक्ताओं ने कहा कि हाईकोर्ट में जजों की कमी है। नए जजों की नियुक्ति क्यों नहीं की जा रही है। जजों की कमी से मुकदमों का निस्तारण समय पर नहीं हो पा रहा है। हाईकोर्ट में लिस्टिंग सहित कई अन्य तकनीकी और व्यावहारिक परेशानियों से अव्यवस्था हावी हो गई है। अधिवक्ता अपने मुवक्किल को जवाब नहीं दे पा रहे हैं। हाईकोर्ट में अंकल जज का सिंड्रोम हावी है। इन मुद्दों पर विचार करने की बजाय कैश कांड के आरोपी जज को यहां भेजा जा रहा है। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन को यह बर्दाश्त नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने ऐसा कर न केवल हाईकोर्ट की गरिमा पर न केवल कुठाराघात किया बल्कि जस्टिस वर्मा को उनके पैतृक न्यायालय भेजकर उन्हें पुरस्कृत करने का काम किया है। सभी अधिवक्ता एक स्वर में इसका विरोध करते हैं। हाईकोर्ट के गेट नंबर तीन पर चल रहे प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने जस्टिस यशवंत वर्मा के स्थानांतरण को रद्द करने, लिस्टिंग की नई व्यवस्था में परिवर्तन कर पहले से दाखिल मुकदमों पर पहले सुनवाई करने सहित कुल आठ मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किया। साथ ही उन अधिवक्ताओं को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया है, जो हड़ताल के इस दौरान न्यायालयों में न्यायिक कार्य किए। ऐसे अधिवक्ताओं को दो दिन में अपना जवाब दाखिल करना होगा। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो उनकी सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी।

इस दौरान आंदोलन को आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया गया। महासचिव विक्रांत पाण्डेय ने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ताओं की एक बैठक बृहस्पतिवार को दो बजे बुलाई गई है। उसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश खरे, पूर्व अध्यक्ष इन्द्र कुमार चतुर्वेदी, पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह, डॉ. सीपी उपाध्याय, एसी तिवारी, महेंद्र बहादुर सिंह, प्रशांत सिंह, अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, अखिलेश कुमार मिश्र, सुभाष चंद्र यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकारिणी के और अन्य अधिवक्ताओं ने सभा को सम्बोधित किया।

–कानून मंत्री से हुई सकारात्मक वार्ताहाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया कि जस्टिस यशवंत वर्मा के इलाहाबाद स्थानांतरण के मामले में उनकी वार्ता कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के साथ हुई है। उनकी बातचीत बहुत ही सकारात्मक रही है। सम्भावना है कि परिणाम बार की मांगों के अनुरूप होगा।

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(Udaipur Kiran) / रामानंद पांडे

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