
जम्मू, 25 मई (Udaipur Kiran) । अपनी लोकप्रिय साप्ताहिक थियेटर श्रृंखला संडे थियेटर के हिस्से के रूप में नटरंग ने अपने स्टूडियो थियेटर में एक गुदगुदाने वाला हिंदी हास्य नाटक प्रेम विशेषा का मंचन किया। प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरि शंकर परसाई द्वारा लिखित और प्रशंसित रंगमंच व्यक्तित्व बलवंत ठाकुर द्वारा निर्देशित इस नाटक ने अपनी बुद्धि, हास्य और विचारोत्तेजक संदेश से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
यह नाटक एक स्वघोषित प्रेम विशेषज्ञ के इर्द-गिर्द घूमता है, जो टूटे हुए दिलों के लिए एक क्लिनिक चलाता है। खुद को सभी रोमांटिक घावों का अंतिम मरहम लगाने वाला बताने वाला, तथाकथित गुरु जल्द ही खुद को उन्हीं भावनात्मक जटिलताओं में उलझा हुआ पाता है, जिन्हें वह हल करने का दावा करता है। अराजकता और हास्य तब शुरू होता है जब एक लड़की उसके क्लिनिक में आती है, जो उससे बेइंतहा प्यार करने वाले एक आधुनिक मजनू से राहत पाने की कोशिश करती है। नाटकीय मोड़ में, प्रेम गुरु खुद लड़की के प्यार में पड़ जाता है, जिससे घटनाओं का एक हास्यास्पद क्रम शुरू होता है। नाटक में मज़ेदार सवाल उठाया गया है- क्या होता है जब डॉक्टर खुद मरीज बन जाता है?
तीखे व्यंग्य और चतुर संवादों के साथ प्रेम विशेषज्ञ ने न केवल मनोरंजन किया, बल्कि विशेष रूप से युवाओं के लिए एक सार्थक संदेश भी दिया। इसने मोह और सतही रोमांस के भ्रम में खोने के बजाय करियर और वास्तविक जीवन की जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व पर जोर दिया। कलाकारों में आर्यन शर्मा, अदक्ष बागल, प्रेरणा शर्मा, कार्तिक कुमार और अमित राणा ने सराहनीय अभिनय किया। प्रकाश डिजाइन का काम नीरज कांत ने संभाला, जबकि मोहम्मद यासीन ने नाटक का समन्वय किया। सिमरन भगत ने प्रस्तुतियों का प्रबंधन किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
