धर्मशाला, 30 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रभारी व विधायक विपिन सिंह परमार ने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकारी डिपुओं में अनाज व अन्य सामान न मिलने से गरीबों के मुहं से निवाला छीनने का प्रयास किया जा रहा है। सोमवार को जारी एक प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि सरकारी डिपुओं में तेल, दालें आटा आदि न मिलने से राशन कार्ड धारक अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार ऐसा गरीब से रोटियां छीनने का काम कर रही है।
विपिन परमार ने कहा कि लंबे अर्से से लोगों को डिपुओं में सस्ता राशन नहीं मिल रहा है। प्रदेश में चल रहे करीब 4,500 राशन डिपुओं में इस माह तेल और दालों का कोटा ही नहीं है। इसके चलते उपभोक्ताओं को तेल और दालों के बिना ही डिपुओं से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। डिपुओं में आटा, चावल व नमक ही मिल रहा है। हालांकि, कुछ जगह उपभोक्ताओं को पुराने स्टॉक से बची दाल चना दी गई है। तीन तरह की दालें और तेल डिपुओं में न आने से लोगों को बाजार का रुख करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सर्दीयों के इन दिनो में भी अभी तक उपभोक्ताओं को तेल व दालें नहीं मिल पाई हैं। उपभोक्ता रोजाना डिपुओं के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं। इससे उपभोक्ताओं में सरकार व विभाग के ख़िलाफ़ नाराज़गी साफ देखी जा रही है।
भाजपा नेता परमार ने कहा कि राशन के डिपुओं में सरसों के तेल पर संकट छा गया है। डिपुओं में उपभोक्ताओं को बीते 2 महीनों से तेल नहीं मिल रहा है, वहीं कई डिपुओं में तो दालों का कोटा भी खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ रही महंगाई में भी लोगों को सरकारी राशन की दुकानों में राहत नहीं मिली है। वर्ष बीतने वाला है तथा डिपुओं में राशन गायब है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार नए साल में तेल व अन्य सामान देने की बात कर लोगों को गुमराह कर रही है, जबकि अभी तक सरकार टेंडर फाइनल नहीं कर पाई है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया