HimachalPradesh

सुक्खू सरकार ने हवा को छोड़कर हर चीज़ पर लगाया टैक्स : जय राम ठाकुर

Jairam

शिमला, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश में कांग्रेस की सुक्खू सरकार पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि दो साल के कांग्रेस कार्यकाल में हिमाचल पूरे देश में सुर्खियों में बना हुआ है चाहे मस्जिद विवाद हो या टॉयलेट टैक्स। हिमाचल में हवा को छोड़कर हर चीज पर टैक्स लिया जा रहा है।

जय राम ठाकुर ने सोमवार को शिमला में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में सता हासिल करने के लिए चुनाव से पहले प्रदेश वासियों को झूठी गारंटियां दी और आज मुख्यमंत्री ने उन गारेंटियों से मुह मोड़ लिया है।

उन्होंने कहा कि सता में आने के बाद सरकार ने सिर्फ काम बंद करने की स्कीम चलाई हुई है। इसके अलावा जहां टैक्स लगा सकते है वहां टैक्स लगा रहे है। हवा को छोड़कर हर चीज पर टैक्स लगा दिया है और टॉयलेट पर टैक्स लगाकर देश भर में हिमाचल प्रदेश की जग हंसाई हुई है। इस फैसले से सरकार की मंशा जगजाहिर हो गई है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार ने कोई टॉयलेट टैक्स नही लगाया था। सरकार ने सिर्फ शिमला में परिपेक्ष्य में वाटर चार्ज को 10 फ़ीसदी बढ़ाने के लिए अनुमति दी थी लेकिन उसमें भी अंतिम फैसला नगर निगम को करना था तथा उसका भी सरकार के स्तर पर कोई फैसला नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार उन्हीं योजनाओं का शिलान्यास या उद्घाटन कर रही है जो पूर्व सरकार सरकार में शुरू हुई है। सूक्खु सरकार दो साल में स्कूल का एक कमरा तक नही बना पाई है। ऐसी कोई योजना नही जो कांग्रेस की सता में आने के बाद शुरू हुई हो।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सूक्खु ने आज आईजीएमसी में कैंसर केयर सेंटर का शुभारंभ किया है उसके लिए भी केंद्र से ही 28 करोड़ 45 लाख रु दिए थे। लेकिन सीएम सूक्खु ने केंद्र के धन्यवाद के लिए एक भी शब्द नहीं बोला। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 500 डॉक्टरों के पदों को मंजूरी दी जिनमे से 300 पदों पर भर्ती की लोगों को ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य की सुविधा मिल सकें। लेकिन वर्तमान सरकार दो सालों में एक भी पद नही भर पाई है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि दो साल का कार्यकाल बहुत लंबा होता है। लेकिन दो साल बाद भी सरकार के हर फैसले में अपरिवक्तता का परिचय देखने को मिल रहा है। सूक्खु अकेले ऐसे फैसले ले रहे हैं, जिसकी जानकारी मंत्रियों विधायकों को नहीं है। प्रदेश में इस तरह सरकार चलाने का यह नया अनुभव है।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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