धर्मशाला, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) ।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा है कि देहरा में झूठी घोषणाएं करके मुख्यमंत्री सुक्खू ने जनता को गुमराह किया है। देहरा में मुख्यमंत्री कार्यालय तो खोल दिया मगर उन्होंने यह नहीं बताया कि वे वहां कितने दिन बैठेंगे। परमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से पूछा कि क्या वह प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री का कार्यालय खोलेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने देहरा विधानसभा क्षेत्र जहां से उनकी पत्नी विधायक हैं, मुख्यमंत्री कार्यालय का उद्घाटन किया, इसलिए मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि क्या ऐसे मुख्यमंत्री कार्यालय हर विधानसभा क्षेत्र में खुलेंगे या फिर यह कार्यालय सिर्फ पत्नी के विधानसभा क्षेत्र में ही खुलना है। विपिन परमार ने कहा कि एक तरफ प्रदेश की कमजोर आर्थिक स्थिति का बहाना बनाकर पिछली भाजपा सरकार द्वारा खोले गए 1500 संस्थान बंद कर दिए और दूसरी तरफ अपनी पत्नी के विधानसभा क्षेत्र में नित नये संस्थान खोले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की पत्नी को चार महीने चुनाव जीते हुए नहीं है और पांच नवंबर को मुख्यमंत्री ने देहरा में एसपी कार्यालय, जल शक्ति विभाग, पीडब्ल्यूडी, ऊर्जा का सर्किल कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय का शुभारंभ कर दिया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह ब्यान भी बेतुका है कि सरकार ने दो बार कर्मचारियों को वेतन दे दिया, और दीवाली से पहले वेतन कर्मचारियों के खाते में चला गया। भाजपा नेता ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की बात करने वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं जिससे जनता के साथ हर कर्मचारी वर्ग दुखी व परेशानी के आलम से गुजर रहा है। कांग्रेस सरकार ने जो वायदे प्रदेश की जनता से किए थे वो पूरे नहीं किए। झूठी गारंटियां फेल हो गई हैं। सुक्खू सरकार की नाकामियोें की बजह से आजतक धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो सकी है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया