
जयपुर, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) । प्रदेशभर में अन्नपूर्णा भंडार योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को राजस्थान राज्य खाद्य एवं आपूर्ति निगम लिमिटेड के मुख्यालय में साेमवार काे महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता निगम के प्रबंध निदेशक राजेंद्र वर्मा ने की। इस बैठक का उद्देश्य अन्नपूर्णा भंडारों के प्रभावी संचालन के लिए विभिन्न हितधारकों से सुझाव आमंत्रित करना रहा।
बैठक में उद्योग जगत और वितरण तंत्र के प्रमुख प्रतिनिधियों की भागीदारी
रही।
बैठक में राज्य स्तर के एफएमसीजी उत्पादक, वितरक, राशन डीलर एसोसिएशन और अन्य संबंधित संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रमुख उपस्थितियों में ओसवाल समूह से राहुल चौधरी, आईटीसी से कुनाल सोनी, रिलायंस से देवेंद्र सिंह, मेट्रो से सचिन अग्रवाल, एफएमसीजी कैरिंग एंड फॉरवर्डिंग एजेंट्स (सीएफए), और राशन डीलर एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष हेमराज मीणा एवं डिंपल कुमार शर्मा शामिल रहे।
वर्मा ने बैठक में बताया कि बजट 2025-26 के बिंदु संख्या 80 के अनुसार प्रदेश में 5000 अन्नपूर्णा भंडार खोले जाएंगे। ये भंडार उचित मूल्य दुकानदारों के माध्यम से संचालित किए जाएंगे, जहां आमजन को गुणवत्तायुक्त मल्टीब्रांड उपभोक्ता वस्तुएं सस्ती एवं प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर उपलब्ध करवाई जाएंगी। उत्पादों का चयन मुख्यतः अल्प आय वर्ग के उपभोक्ताओं की दैनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक बचत भी हो सकेगी।
वर्मा ने आश्वस्त किया कि राशन विक्रेताओं और उत्पाद निर्माताओं दोनों के हितों की पूरी तरह से रक्षा की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और उत्पादकों को समयबद्ध भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसके अतिरिक्त किसी भी प्रकार की अनावश्यक बाध्यता नहीं लगाई जाएगी, जिससे योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और सहजता बनी रहे।
बैठक में प्रतिभागियों ने अन्नपूर्णा भंडारों के स्थान चयन, भंडारण, परिवहन, तकनीकी आवश्यकताओं, आपूर्ति प्रक्रिया, भुगतान प्रणाली, अन्य राज्यों के अनुभव, गुणवत्ता नियंत्रण, उत्पाद सूची और मूल्य निर्धारण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए। वर्मा ने सभी उपस्थित लाेगाें को आश्वस्त किया कि प्राप्त सुझावों का समुचित विश्लेषण कर उन्हें योजना के क्रियान्वयन में सम्मिलित किया जाएगा।
बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के उपायुक्त ब्रह्मलाल जाट, निगम की महाप्रबंधक (विपणन) मिथलेश मीणा, महाप्रबंधक (वित्त) परमेश्वर सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने प्रतिभागियों से प्राप्त सुझावों का संज्ञान लेकर योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प व्यक्त किया।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
