अयोध्या, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) ।श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के बाद के पहले व आठवें दीपोत्सव में विश्व रिकार्ड बनने पर डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने समितियों के संयोजकों, महाविद्यालयों व इण्टर कालेज के प्राचार्यो और समन्वयक के प्रति आभार ज्ञापित किया। उन्होंने शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में अपराह्न कहा कि प्रभु श्रीराम नगरी के दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान सभी के एकजुटता से मिला है। इसमें सभी ने गिलहरी की भांति सहयोग प्रदान किया है। प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से ही पुनः आठवीं बार विश्वविद्यालय को दीपोत्सव को आलौकिक व भव्य बनाने में सफलता मिली है।
बैठक में कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के साथ अयोध्या के सम्बद्ध महाविद्यालय, इण्टर कालेज, स्वयंसेवी संस्थाओं के 30 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने राम की पैड़ी के 55 घाटों पर योजनाबद्ध तरीके किए गए कार्य ने लक्ष्य को आसान कर दिया। इनके द्वारा 28 लाख दीयों को बिछाने के साथ 25 लाख 12 हजार 585 दीपों को प्रज्ज्वलित कर पुनः विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। कुलपति ने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण कार्य एक टीम भावना से ही होना संभव था जिसमें सभी ने एकजुटता एवं समय की प्रतिबद्धता से हासिल किया। इसी के परिणामस्वरूप दीपोत्सव में लक्ष्य आसानी से प्राप्त करते हुए पुनः गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज हुआ।
दीपोत्सव-2024 के नोडल अधिकारी प्रो0 एसएस मिश्र ने दीपोत्सव की सफलता का श्रेय कुलपति के कुशल प्रबंधन को दिया। उन्होंने कहा कि इसमें सभी का परस्पर सहयोग रहा है। सभी समितियां ने अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निवर्हन किया है।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय