– ज्वैलर्स के कर्मचारियों को स्पेशल क्राइम ब्रांच का अफसर बन बस से उतार कार में बैठा लिया था, लूट का आठ लाख रुपये बरामद
वाराणसी,24 जुलाई (Udaipur Kiran) । पुलिस विभाग के इकबाल पर ही एक सब इंस्पेक्टर ने दाग लगा दिया है। उप निरीक्षक नदेसर चौकी प्रभारी सूर्य प्रकाश पांडेय ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर ज्वैलर्स के दो कर्मचारियों को नकली स्पेशल क्राइम ब्रांच का अफसर बन धमकाने के बाद उनके पास से 42.50 लाख रुपये लूट लिए। रामनगर पुलिस और एसओजी टीम ने भीटी के पास बंदरगाह रोड पर छापेमारी कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने आरोपितों के पास से लूट का आठ लाख पांच हजार रुपये, दो पिस्टल, कारतूस बरामद कर लिया। इस मामले में दरोगा से पिछले 40 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई। दरोगा की कई लूट की घटनाओं में संलिप्तता की बात सामने आई है। बुधवार को गिरफ्तार आरोपितों को मीडिया के सामने पेश किया गया।
नीचीबाग कूड़ाखाना गली निवासी आभूषण विक्रेता जयपाल कुमार ने अपने कर्मचारी अविनाश गुप्ता, धनंजय यादव को 26 जून की रात फर्म का 93 लाख रुपये दिया था। रूपये को कोलकाता पहुंचाना था। दोनों कर्मचारी भुल्लनपुर से बस में सवार होकर कोलकाता के लिए निकले। बस जैसे ही चंदौली जनपद के चंदरखा के समीप पहुंची अचानक ज्वेलर्स के कर्मचारी अविनाश ने जयपाल कुमार को फोन कर बताया कि हाईवे पर बस में एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में, दो व्यक्ति सादे कपड़े में आए। खुद को सैयदराजा थाना चंदौली की क्राइम ब्रांच टीम का सदस्य बताया। बैग सहित हम दोनों को बस से उतार कर बिना नंबर प्लेट की कार में बिठा लिया है। रात डेढ़ बजे अविनाश ने फिर जयपाल को दूसरे नंबर से फोन किया।
अविनाश ने जयपाल को रामनगर के निकट कटरिया (चंदौली) स्थित बनारस ढाबा पर आने को कहा। कर्मचारी की बात सुनकर ज्वेलर्स ढ़ाबा पर पहुंचा तो कर्मचारियों ने उसे बैग में रखा 50.50 लाख रुपये दिये, इसके बाद दोनों कर्मचारी भाग गये। आभूषण विक्रेता ने रामनगर पुलिस को घटना की जानकारी दी। इस मामले में रामनगर पुलिस ने 13 जुलाई को रिपोर्ट दर्ज किया। मामला पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा तो उनके निर्देश पर एसओजी टीम भी जांच में जुटी। घटनास्थल और आसपास की दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और सर्विलांस की मदद से एक आरोपी पकड़ा गया। उससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर दरोगा और उसके एक अन्य साथी को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। 40 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद सामने आया कि दरोगा और उसके साथियों ने बस को भीटी के पास हाइवे पर रोक लिया। बस में सवार दोनों कर्मचारियों को पिस्टल दिखा डरा धमका कर 42 लाख पचास हजार रुपये लूट लिया।
दरोगा ने बताया कि इस घटना में उसके साथ नीलेश यादव, मुकेश दुबे, योगेश पाठक भी शामिल रहें। योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया। हम लोगों ने पहले ही अपने एक आदमी को अवैध पिस्टल के साथ भुल्लनपुर प्राइवेट बस स्टैंड पर भेजा था। हमारा आदमी उस बस में बैठ गया। जिसमें सर्राफा कारोबारी के कर्मचारी बैठे थे। गिरफ्तार दरोगा प्रयागराज निवासी सूर्य प्रकाश पांडेय,उसका साथी अजय गुप्ता और विकास मिश्र लूट की कई अन्य घटनाओं में भी शामिल रहे है। घटना में रामनगर थानाध्यक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठ रहा है।
बताते चलें कि इसके पहले भी एक करोड़ 40 लाख रुपये की डकैती मामले में 10 जून 2023 को तत्कालीन भेलूपुर थानाध्यक्ष रमाकांत दूबे सहित सात पुलिस कर्मी बर्खास्त किए गए थे।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / मोहित वर्मा