कानपुर, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सीएसजेएमयू के कुलपति विनय पाठक ने कहा कि, विद्यार्थियों में लगातार बढ़ रहे अवसाद और स्वयं का नुकसान पहुंचाने जैसी प्रवत्तियाँ बढ़ रही है, जो एक चिंता का विषय है। मानसिक रूप से तनाव झेल रहे विद्यार्थियों के लिए बहुत ही जल्द विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर वेल बीइंग का आयोजन किया जाएगा। जिससे कि विद्यार्थियों के शरीर मे हो रहे इस तरह के बदलाव को समय रहते पहचाना जा सकेगा।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्विद्यालय (सीएसजेएमयू) में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में गुरुवार को एक बैठक हुई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मनोचिकित्सक डॉ आलोक बाजपेयी मौजूद रहे। बैठक के दौरान यह तय हुआ कि विश्वविद्यालय में अगले महीने से सेंटर फॉर वेल बीइंग की शुरुआत की जाएगी। जिसके अंतर्गत एक सेंटर बनाने का प्रस्ताव रखा गया। जिस पर मनोचिकित्सक ने अपने सुझाव साझा करते हुए कहा कि, ये सेंटर एक हेरारर्की के रूप में काम करेगा। जिसमें फैकेल्टी, हॉस्टल वार्डन, मनोवैज्ञानिक काउंसलर्स, मनोचिकित्सक का पैनल और स्टूडेंट काउंसिल के सदस्यो के साथ-साथ सभी वर्ग सम्मिलित होंगे। स्टूडेंट काउंसिल के सदस्य और फैकल्टी मेंबर्स और हॉस्टल वार्डन के लिए एक वर्कशाप आयोजित की जाएगी। जिसमें उन्हें तकनीकी शिक्षा उन्हें मानसिक रूप से परेशान विद्यार्थियों को आईडेंटिफाई करने में मदद करेगी।
आगे कहा कि इसके जरिये स्टूडेंट काउंसिल के सदस्य सीधे तौर पर अन्य विद्यार्थियों से जुड़ेंगे। मानसिक रूप से तनाव, अवसाद या चिंता की स्थिति से ग्रसित विद्यार्थियों को आईडेंटिफाई करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उनके अभिभावकों को भी सम्मिलित किया जाएगा। इस केंद्र का शुभारंभ डॉ आलोक वाजपेई के द्वारा किया जाएगा। साथ ही डॉक्टर आलोक बाजपेयी का एक इंटरएक्टिव सेशन आयोजित किया जाएगा। जिससे विद्यार्थी लाभान्वित हो सकेंगे, सेंटर फॉर वेल बीइंग का संचालन प्रोफेसर संदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में होगा। साथ ही इसके संचालन के लिए डीन एकेडमिक्स, हॉस्टल वार्डन एवं डीएसडब्ल्यू डॉक्टर नीरज एवं मनोविज्ञान विभाग से डॉक्टर प्रियंका शुक्ला की मुख्य भूमिका होगी।
बैठक में प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव, प्रो बृष्टि मित्रा, प्रो नीरज सिंह समेत सभी शिक्षक उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap