गोरखपुर, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । बदलते और प्रतिस्पर्धी दौर में आवश्यक है कि विद्यार्थी स्मार्ट लक्ष्य निर्धारित करें। करियर से जुड़ा लक्ष्य स्पष्ट, सटीक और यथार्थवादी होने के साथ मापन योग्य भी होना चाहिए। लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रतिदिन का एक अध्ययन कार्यक्रम तैयार कर अपना नियमित मूल्यांकन भी बहुत जरूरी है ताकि अपनी कमियों को मजबूती में बदला जा सके।
यह बातें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में काय चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कही। डॉ. राजेंद्र महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) के नवप्रवेशित विद्यार्थियों के पंद्रह दिवसीय दीक्षारंभ समारोह के छठवें दिन विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा किबबीएएमएस के विद्यार्थियों को सबसे पहले अपना स्पष्ट उद्देश्य तय करना चाहिए। यह जानना आवश्यक है कि वे आयुर्वेद के किस क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करना चाहते हैं, जैसे कि रोग निदान या अनुसंधान। उन्होंने कहा कि छात्र आयुर्वेद और अपने विषय से जुड़े मोटिवेशनल वीडियो, किताबें, और सफल चिकित्सकों की जीवनी को पढ़ें। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक है इसलिए योग, ध्यानवऔर नियमित व्यायाम को अपने दिनचर्या में शामिल करें। डॉ. राजेंद्र ने कहा कि बीएएमएस विद्यार्थियों के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
कार्यक्रम का संचालन आचार्य साध्वीनन्दन पाण्डेय ने तथा आभार ज्ञापन डॉ. गोपी कृष्ण ने कहा किया। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी, कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) के प्रिंसिपल डॉ. गिरिधर वेदांतम, डॉ. शांतिभूषण, डॉ. मिनी समेत कई शिक्षक और बीएएमएस के सभी नवप्रवेशित विद्यार्थी उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय